हुंडई मोटर ने इस साल की पहली छमाही में भारत में अपनी बिक्री के रिकॉर्ड को छू लिया है। रविवार को आए फाडा के आंकड़ों के अनुसार हुंडई ने इस साल जनवरी से जून तक भारत में 272207 यूनिट बेचीं। जो 2023 में इसी अवधि में बेची गई 266760 यूनिट्स की तुलना में 2 प्रतिशत अधिक है। ऐसा आईपीओ लाने के कारण हो रहा है।

 साउथ कोरिया की दिग्गज ऑटो कंपनी हुंडई इन दिनों चर्चा में है। चर्चा में आने की वजह कंपनी की कोई गाड़ी नहीं बल्कि, उसका आईपीओ है। कुछ दिन पहले खबर आई कि कंपनी आईपीओ लेकर आएगी। अब IPO का असर भारत में कंपनी के बिक्री के आंकड़ों पर भी पड़ रहा है। कंपनी ने बिक्री के लिहाज से एक नया मुकाम हासिल किया है। पिछले की तुलना में इस बार कंपनी ज्यादा गाड़ियां बेची हैं। 

बिक्री में हो रहा इजाफा

हुंडई मोटर ने इस साल की पहली छमाही में भारत में अपनी बिक्री के रिकॉर्ड को छू लिया है। रविवार को आए फाडा के आंकड़ों के अनुसार, हुंडई ने इस साल जनवरी से जून तक भारत में 272,207 यूनिट बेचीं, जो 2023 में इसी अवधि में बेची गई 266,760 यूनिट्स की तुलना में 2 प्रतिशत अधिक है। दो प्रतिशत की वृद्धि के बाद पहली बार हुआ है जब कंपनी ने भारत में अपनी बिक्री का सर्वाधिक आंकड़े को पार कर लिया है।

IPO लाने का फर्क पड़ा

हुंडई मोटर के इन्वेस्टर रिलेशन डेटा से यह भी पता चला है कि हुंडई के भारतीय प्लांट ने जनवरी से मई तक कुल 259,659 यूनिट बेचीं। इसके बाद टोयोटा मोटर और किआ का स्थान है। पिछले कुछ सालों में हुंडई ने भारत में अपनी हिस्सेदारी में लगातार कमी दिखाई है, जो 2021 में 17 प्रतिशत से घटकर 2023 तक 14.1 प्रतिशत हो गई। लेकिन, जैसे ही कंपनी ने आईपीओ लाने की बात कही तो इसका असर बिक्री पर भी देखा जाने लगा।