कोटा। नहरी पानी की मांग को लेकर किसानों को बड़ी राहत मिली है। 10 जुलाई से हाड़ौती के धान किसानों के लिए नहर का पानी छोड़ा जाएगा। पिछले कई दिनों से जिले के किसान खरीफ की फसल के लिए नहरी पानी छोड़ने की मांग कर रहे थे, इस मामले को लेकर किसान संगठनों के प्रतिनिधियों ने रविवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से भेंट कर ज्ञापन सौंपा। किसान प्रतिनिधिमंडल ने बिरला को अवगत करवाया कि पिछले दो सालों से लगातार धान का रकबा बढा है, उम्मीद के मुताबिक बारिश नहीं होने से किसानों पर संकट के बादल छाए हैं, धान की फसल के लिए मौजूदा समय में पानी की आवश्यकता है, लेकिन विभाग द्वारा पानी नहीं छोड़ा जा रहा। 

किसान प्रतिनिधियों से वार्ता के उपरान्त बिरला मध्यप्रदेश सरकार के संबंधित अधिकारियों को जल्द से जल्द नहर का पानी छोड़कर किसानों को राहत देने के निर्देश दिए। इसके उपरान्त सीएडी प्रशासन द्वारा  फसल के लिए 10 जुलाई से किसानों नहरी पानी उपलब्ध  करवाने का निर्णय लिया गया है। गौरतलब है कि संभाग में मौजूदा वर्ष में ढाई लाख हैक्टेयर से अधिक क्षेत्र में धान की रोपाई हुई है, जिसमें अधिकतर क्षेत्र बून्दी जिले का है। इस दौरान कापरेन मंडल अध्यक्ष लोकेश बागड़ा, जसवीर सिंह, नरेंद्र मीणा, तेजनारायण दुबे, हेमराज नागर, जितेंद्र पापड़ीवाल, विवेक नागर, हीरा सिंह, छन्नालाल मीणा, किशनलाल मीणा, दिलबाग सिंह, हरकृपाल सिंह, सतनाम सिंह, सुरेंद्र शर्मा, पवन मीणा, निर्मल सिंह, मनिन्दर सिंह, सनमीत सिंह, लखवीर सिंह, दलजीत सिंह, लवप्रीत सिंह, रामस्वरूप, हरमननीत सिंह, गुरविंदर सिंह, जगदीप सिंह, बलकीत सिंह, परवीत सिंह, मनदीप सिंह  आदि मौजूद रहे।