एक दिवसीय दौरे पर रविवार को बाड़मेर पहुंचे भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की अनदेखी करने के सवाल पर कहा कि वो केंद्र में मंत्री रही हैं. उन्हें पार्टी ने दो बार प्रदेश के मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी दी ऐसे में उन की अनदेखी करने की बात गलत है. पार्टी सर्वोपरि है पार्टी जो जिम्मेदारी देती है उसे निभाना हर कार्यकर्ता से लेकर बड़े नेता का धर्म है. पूनिया ने कहा, '' देखी और अनदेखी की परिभाषा क्या है वो मुझे नहीं पता लेकिन उनको लेकर यह जरूर कहना चाहूंगा कि पार्टी ने उन्हें अटल बिहारी वाजपेई सरकार में केंद्र में मंत्री पद की जिम्मेदारी और दो बार प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया वो कई बार संसद और विधानसभा की कई बार सदस्य रही हैं. वह पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष है और इतने लाखों करोड़ों लोगों में उनका चंद लोगों में शुमार होना यह कोई कम सम्मान नहीं है. पूनिया ने खुद का उदाहरण देते हुए कहा, ''मेरे मन में भी हो सकता है की पार्टी ने मुझे प्रदेश में कोई भूमिका क्यों नहीं दी है या भूमिका पार्टी ने दी है तो सोच समझ कर दी है. अब मैं इसपर यह निराशा व्यक्त करूं कि मुझे पार्टी ने राजस्थान में क्यों कुछ नहीं दिया तो यह मायने नहीं रखता है. जब हमने पार्टी को अपना लिया तो कश्मीर से कन्याकुमारी और कच्छ से कामरूप तक पार्टी जो भूमिका दे वह हम लोग सहर्ष स्वीकार करते हैं.'' प्रदेश की भजनलाल सरकार में मंत्री किरोड़ी लाल मीणा के अपने पद से इस्तीफा देने के सवाल पर सतीश पूनिया ने कहा कि इस्तीफा देने को लेकर उन्होंने अभी तक कोई कारण नहीं बताया है. ऐसे में इस पर किसी प्रकार की टिप्पणी करना में सही नहीं मानता हूं. यह मामला पार्टी के प्रदेश से लेकर शीर्ष  नेतृत्व के ध्यान में है वही इस पर निर्णय करेंगे.