बूंदी। 18वीं लोक सभा में पुनः लोक सभा अध्यक्ष निर्वाचित होने के बाद पहली बार संसदीय क्षेत्र कोटा-बूंदी आए ओम बिरला के स्वागत में लोगों ने पलक पावड़े बिछा दिए। अभिनन्दन ऐसा हुआ कि जिसने भी देखा, उसके मुंह से बरबस निकल पड़ा अद्भुत, अतुल्य, अकल्पनीय। उत्साह, उमंग और उल्लास उत्कर्ष पर दिखाई दिया। हर कोई जैसे अपने लाडले को स्नेह और आशीष देने के लिए उमड़ पड़ा। महिला, पुरूष, युवा, बुजुर्ग सभी में एक अलग ही जोश नजर आ रहा था। हाड़ौती के साथ राजस्थान को गौरवान्वित करने वाले स्पीकर बिरला को सभी अपनी बधाई की माला और शुभकामनाओं का आशीर्वाद भेंट करने के लिए आतुर दिखाई दिए। ऊर्जा ऐसी थी कि उमय भरा माहौल भी किसी के पैरों को रोक नहीं सका। ऐसा लगा कि सब अपने स्नेह की बरखा में स्पीकर बिरला को भिगो देना चाहते थे। हिण्डोली में करीब डेढ़ किमी और बूंदी में करीब पांच किमी की दूरी को तय करने में स्पीकर बिरला को 6 घंटे लग गए। इस दौरान पल-पल हुआ अभिनंदन बता रहा था कि ओम बिरला, कोटा-बूंदी में नहीं बल्कि यहां के लोगों के दिलों में बसते हैं।

स्पीकर बिरला के शनिवार सुबह हिण्डोली स्थित राजकीय महाविद्यालय पहुंचने से पहले ही बड़ी संख्या में लोग उनकी अगवानी करने पहुंच चुके थे। जैसे ही उन्हें बिरला का हेलीकॉप्टर आता नजर आया, हर्ष की प्रतिध्वनि चारों ओर गूंजने लगी। बिरला के हेलीकॉप्टर से उतरते ही सभी उनका सत्कार करने के लिए उमड़ पड़े। सभी अपने इस बेटे और भाई को प्रेम से सराबोर कर देने को आतुर था। 

हिण्डोली कॉलेज से बिरला हिण्डोली के मुख्य मार्ग से होते हुए गुजरे तो वहां लोगों का हुजूम जमा था। किसी के हाथ में माला थी तो कोई मिठाई लेकर पहुंचा था। सब अपने घरों से बाहर आकर बिरला का अतिथ्य करना चाह रहा थे। छतों और मुंडेरों पर खड़े होकर लोग, बिरला के स्वागत के ऐसे दृश्य के साक्षी बन रहे थे, जैसे उन्होंने पहले कभी नहीं देखा था। लोगों के अभिवादन को अपनी आंखों और स्मृति पटल पर समेटते हुए बिरला वहां से रवाना हो गए। 

बूंदी पहुंचने पर भी स्पीकर बिरला का भव्य स्वागत किया गया। हाइवे मुड़कर दधिमाता, बायपास चौराहा, रानी जी की बावड़ी, चौगान गेट, इंदिरा मार्केट, अहिंसा सर्किल, सर्किट हाउस, देवपुरा होते हुए बिरला रेलवे स्टेशन तिराहा पहुंचे। इस दौरान पूरे मार्ग पर कदम रखने के लिए जगह नहीं बची थी। पूरा रास्ता स्वागत द्वारों से अटा पड़ा था। बिरला को बधाई देते फ्लेक्स तो गिनना ही कठिन हो रहा था। पुष्पवर्षा और माल्यार्पण के लिए जैसे होड़ मची थी। लेकिन बिरला हर किसी से एक मीठी मुस्कान से मिलते हुए उनके प्रेम को आत्मीयता और आभार भाव से स्वीकारते कोटा की ओर रवाना हो गए।

जीवंत हुआ पांच वर्ष पुराना दृश्य
स्पीकर ओम बिरला की आगवानी में जो दृश्य साकार हुए उसने पांच वर्ष पुरानी उन यादों को जीवंत कर दिया जब बिरला पहली बार लोक सभा अध्यक्ष बनने के बाद बूंदी आए थे। उस समय भी आमजन में ऐसा ही उत्साह उल्लास और उमंग दिखाई दिया था।

शहर में खूब बंटी मिठाइयां
स्पीकर बिरला के आगमन को बूंदीवासियों ने किसी उत्सव की तरह मनाया। लोगों ने एक-दूसरे का मुंह मीठा करवाया। जगह-जगह मीठे पानी की छबील लगाई गई, कहीं आतिशबाजी हुई तो कहीं पुष्पवर्षा की गई। बिरला को साफा पहनाकर उनका सम्मान करने के लिए भी लोगों के बीच होड़ लगी रही।

थम सा गया पूरा शहर
बूंदी में बिरला की करीब तीन घंटे चली स्वागत यात्रा के दौरान शहर जैसे थम सा गया। हर मार्ग पर चेहरे पर उमंग और खुशी लिए लोग बिरला के आने का इंतजार करते दिखे। बिरला के निर्धारित समय से करीब एक घंटा देर से पहुंचने के बाद भी कोई अपनी जगह छोड़ने को तैयार नहीं था। बिरला जैसे-जैसे आगे बढ़ते रहे, उनका स्वागत करने वाले उस काफिले का हिस्सा बनते चले गए।

ये रहे मौजूद
हिंडोली राजकीय पीजी कॉलेज परिसर में स्थित हेलीपैड पर बूंदी जिला कलेक्टर अक्षय गोदारा, पुलिस अधीक्षक हनुमान प्रसाद ने अगवाई की। इस दौरान ओएसडी राजीव दत्ता, बूंदी के जिला प्रभारी मंत्री हीरालाल नागर, भीलवाड़ा सांसद दामोदर अग्रवाल, पूर्व मंत्री प्रभुलाल सैनी, विजय सिंह बैंसला, पूर्व बूंदी विधायक अशोक डोगरा, पूर्व मंत्री बाबू लाल वर्मा, पूर्व विधायक चंद्रकांता मेघवाल, नैनवा प्रधान पदम नागर, हिंडोली प्रधान कृष्ण माहेश्वरी सहित अन्य जन प्रतिनिधि मौजूद रहे।