भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि कि एक जुलाई से देश में आईपीसी सीआरपीसी और भारतीय साक्ष्य अधिनियम की जगह तीन नये कानून भारतीय न्याय संहिता भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनिमय लागू हो रहे हैं। यह श्री नरेंद्र मोदी जी की सरकार का स्वागत योग्य कदम है। इस नए कानून से मुकदमे जल्दी निपटेंगे और तारीख पर तारीख के दिन लद जाएंगे।

चुग ने कहा कि इससे न्याय व्यवस्था में तेजी आएगी साथ ही आधुनिक तकनीक का भरपूर इस्तेमाल और इलेक्ट्रानिक साक्ष्यों को कानून का हिस्सा बनाने से मुकदमों के जल्दी निपटारे का रास्ता आसान हुआ है। शिकायत, सम्मन और गवाही की प्रक्रिया में इलेक्ट्रानिक माध्यमों के इस्तेमाल से न्याय की रफ्तार तेज होगी। अगर कानून में तय समय सीमा को ठीक उसी मंशा से लागू किया गया जैसा कि कानून लाने का उद्देश्य है तो निश्चय ही नये कानून से मुकदमे जल्दी निपटेंगे और तारीख पर तारीख के दिन लद जाएंगे।

चुग ने कांग्रेस के नए न्याय संहिता की टिप्प्णी पर करारा जवाब देते हुए कहा कि आज भी कांग्रेस पार्टी उपनिवेशिक मानसिकता और दासता से ग्रस्त है।अंग्रेजी, अंग्रेजियत और अंग्रेजो की सोच से कांग्रेस पार्टी बाहर नहीं आई है।

चुग ने कांग्रेस से सवाल करते हुए कहा कि उन्हें भारतीय तौर तरीके से बनी नई न्याय संहिता से आखिर समस्या क्या है? 

चुग ने कहा कि नई व्यवस्था से भारत भारतीय, और यहां की मिट्टी की खुशबू आती है, विदेशी अंग्रेजी शासन ने उस समय यह व्यवस्था दंड के लिए भारतीय दण्ड साहिता के रुप में लागू की थी ताकि अगर कोई अंग्रेज़ी शासन को चुनौती दे तो उसे अंग्रेज़ी राज दंड देता था आज भारत स्वतंत्र देश है इसलिए भारत की अपनी न्याय संहिता होनी चाहिए मोदी सरकार ने यह प्रयास किया इसके लिए पूरा देश उन्हें कोटि कोटि धन्यवाद देता है।

चुग ने कहा कि कांग्रेस को जो कार्य पिछले 70 वर्षों में करना चाहिए था , जो विदेशी एवम गुलामी की औपनिवेशिक मानसिकता के बनाए भारतीय दंड संहिता को बदलना चाहिए था कांग्रेस ने ऐसा प्रयास नहीं किया, आज मोदी सरकार ने यह प्रयास किया है।