समय रहते मनोरोग की पहचान हो तो सम्पूर्ण उपचार संभव : डॉ. नीना विजयवर्गीय
- डॉक्टर्स डे से शुरू होगी निशुल्क काउंसलिंग की सुविधा
- अफिनिटी हॉस्पिटल द्वारा गांव-गांव जागृति लाने के लिए शुरू करेंगे अभियान
कोटा.
एक स्वस्थ व्यक्ति का दिमाग भी स्वस्थ होना चाहिए, यदि ऐसा है तो परेशानियों का निदान आसान हो जाता है। एक स्वस्थ दिमाग वाले व्यक्ति में स्पष्ट सोचने और जीवन में सामने आने वाली समस्याओं का समाधान करने की क्षमता होती है। 1 जुलाई को विश्व में डॉक्टर्स डे मनाया जाता है और इस दिन कहीं ना कहीं किसी ना किसी रूप में जागरुकता के कार्यक्रम व अन्य कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। कोटा में भी अफ़िनिटी हॉस्टिपल तलवंडी में एक नया कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है जिसमें हम मनोरोगी की निशुल्क काउंसलिंग कर सकेंगे। डॉ. नीना विजयवर्गीय मनोचिकित्सक एवं काउंसलर, एमबीबीएस, डीपीएस (साइकेट्री),एमआईपी ने बताया कि कोटा और आसपास के गांव में मनोरोग को लेकर काफी भ्रांतियां है, लोग अस्पतालों में देर से पहुंच रहे हैं जिस कारण उनकी बीमारी बढ जाती है और उनके स्वस्थ्य होने में भी समय लगता है। उन्होंने कहा कि हम कोटा में एक कार्यक्रम की शुरूआत करने जा रहे हैं जिसमें हमारी एक्सपर्ट टीम हर रविवार को निशुल्क काउंसलिंग देगी, ताकी मरीज की समस्या का समाधान ढूंढा जा सकें.
- गांव में होंगे जनजागृति कैंप, रोगियों को देंगे निशुल्क परामर्श
हॉस्पिटल के निदेशक शशांक विजयवर्गीय एवं डॉ. नीना विजयवर्गीय ने बताया कि आगामी वर्ष में हमारा प्रयास रहेगा की हम कोटा और आसपास के गांव में जागृति पैदा करें, लोगों को मनोरोग के बारे में जानकारी दें और निशुल्क चिकित्सा शिविर के माध्यम से उनकी समस्या का निदान करें। डॉ. नीना ने कहा कि डॉक्टर्स डे मनाने के पीछे उद्देश्य आमजन के बेहतर स्वास्थ का संदेश देना है। उन्होंने कहा कि लोगों में झाड फूंक, स्थानों पर ढोकना, भभूत व अन्य तरह से अंधविश्चास को दूर करने की आवश्यकता है। इन अंधविश्वास के कारण मरीज को लम्बा समय उपचार के अभाव में हो जाता है जो घातक होता है, यदि मरीज को समय रहते उपचार मिल जाए तो वह पूरी तरह से ठीक हो सकता है। माना जाए तो अधिकांश व्यक्ति किसी ना किसी रूप में अवसाद में रहते हैं। एक बेहतर लाइफ के साथ आधुनिकता की दौड में हम अपने स्वास्थ्य का ध्यान नहीं रख पाते और शरीर में कई कमियां देखी जा सकती है। ऐसे में एक बडी संख्या ऐसी है जिन्हें किसी ना किसी रूप में मनोरोग होता है लेकिन वह समय पर उपचार नहीं ले पाते।
- नकारात्मकता की सोच को दूर करना बेहद आवश्यक है
डॉ. नीना विजयवर्गीय ने कहा कि हमारे मन में नकारात्मक सोच नहीं आनी चाहिए, इसके लिए हम हमारे जीवन शैली को संतुलित करें, यदि नकारात्मक सोच रहेगी तो परिणाम दुखद होंगे। हमें मनोरोगी को प्राथमिक समय में ही चिकित्सक को दिखाया जाना चाहिए नहीं तो परिणाम घातक हो सकते हैं। मनोरोग से पीड़ित ज्यादातर लोग दूसरे सामान्य लोगों जैसा ही व्यवहार करते हैं और वैसे ही दिखते हैं। इन आम मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं में अवसाद, चिंता, यौन समस्याएं तथा व्यसनों की लत शामिल हैं। ऐसे लोगों को सहानुभूति की बेहद आवश्यकता है।
- अफिनिटी हॉस्पिटल की सुविधाएं
- अफिनिटी हॉस्पिटल तलवंडी में मनोरोगी की बेहतर टीम कार्य कर रही है और यहां कई आधुनिकता से परिपूर्ण जांचे हो रही हैं, जिसमें ईसीटी (शॉक थैरेपी), याददाश्त, व्यक्तित्व की जांच, डिप्रेशन की जांच, सभी मानसिक विकारों की जांच, सीबीटी, रोशर्च, टीएटी परिक्षण की जाांच की जाती है, साथ ही मरीजों को भर्ती होने की पूरी सुविधा यहां उपलब्ध है।