नीट परीक्षा पेपर लीक के तार अब झालावाड़ मेडिकल कॉलेज से भी जुड़ गए हैं. सीबीआई (CBI) की टीम ने इस कॉलेज के 10 छात्रों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से 8 को जमानत मिल चुकी है, जबकि 2 छात्र अभी भी पुलिस की कस्टडी में हैं. इन छात्रों पर 15-15 लाख रुपये लेकर डमी कैंडिडेट बनकर परीक्षा देने का आरोप है. इसमें छात्रों के साथ कुछ छात्राएं भी शामिल हैं.झालावाड़ मेडिकल कॉलेज प्रशासन द्वारा इस मामले को लेकर लंबे समय तक कोई जानकारी साझा नहीं की गई. मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. सुभाष चंद्र जैन से जब इस मामले पूछा गया तो वह लगातार मामले को टालते रहे. मेडिकल कॉलेज के अधिकारियों द्वारा मामले को छुपाया जाना भी अपने आप में कई तरह के सवाल खड़े कर रहा है. वहीं लोकल पुलिस से जब इस बारे में जानकारी मांगी गई तो वे सीबीआई द्वारा की गई किसी भी कार्रवाई के बारे में उन्हें जानकारी होने से इनकार कर रहे हैं. हालांकि कॉलेज के डीन ने इस कार्रवाई की पुष्टि की है और बताया है कि बीते दिनों दिल्ली और मुंबई से टीमें आई थीं जो कॉलेज में पढ़ने वाले 10 स्टूडेंट्स को गिरफ्तार करके ले गई थीं. बताते चलें कि नीट यूजी परीक्षा में फर्जीवाड़े के मामले में देशभर में कई जगह पर मुकदमे दर्ज हुए हैं. जिन पर अलग-अलग राज्यों की पुलिस कार्रवाई कर रही है. इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर इस पूरे मामले की जांच सीबीआई को सौंपी गई है. इसके बाद लगातार पूरे देश में अलग-अलग जगह पर कार्रवाई हो रही है. NEET परीक्षा घोटाले में अब तक दर्जनों गिरफ्तारियां हो चुकी हैं. अब इसके तार झालावाड़ मेडिकल कॉलेज से भी जुड़ चुके हैं. आपको बता दें कि इससे पहले भी राजस्थान के अन्य मेडिकल कॉलेज में पढ़ने वाले मेडिकोज के इस तरह से डमी कैंडिडेट के रूप में नीट परीक्षा देने के मामले सामने आते रहे हैं.

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