जहां पहले कीपैड वाले फोन का चलन था अब हर दूसरे हाथ में टच स्क्रीन फोन होना आम बात बन गई है। हालांकि फोन के फुल टच स्क्रीन के साथ कई तरह की परेशानियां भी बढ़ी हैं। कई बार टच स्क्रीन फोन हाथ से फिसल जाता है तो यह तुंरत डैमेज हो जाता है। वहीं फोन जेब में रखा जाए तो कई बार ऑन रह जाता है।

स्मार्टफोन का इस्तेमाल हर दूसरा इंटरनेट यूजर कर रहा है। जहां पहले कीपैड वाला फोन चलन में था, वहीं अब टच-स्क्रीन फोन का इस्तेमाल आम हो गया है।

हालांकि, फुल टच स्क्रीन होने के साथ फोन को सुरक्षित रखनी की जिम्मेदारी भी बढ़ी है। टच स्क्रीन फोन का हाथ से फिसल जाना और स्क्रीन का डैमेज होना कॉमन परेशानियों में से एक हैं।

वहीं, फोन का जेब में रखा जाना और टच गेस्चर कंट्रोल में न रहना अलग परेशानी है।

जेब में रखा फोन न रह जाए ऑन

क्या आपके जेहन में भी कभी इस तरह का सवाल आया है कि कहीं टच स्क्रीन फोन जेब में रहने के दौरान खुद-ब-खुद चलता तो नहीं।

अगर हां तो ये जानकारी आपके काम की होने वाली है। क्या आप जानते हैं एंड्रॉइड फोन में यूजर्स को पॉकेट मोड की सुविधा मिलती है।

फोन में क्या है पॉकेट मोड

एंड्रॉइड फोन में पॉकेट मोड लॉक स्क्रीन से जुड़ी सेटिंग है। इस सेटिंग के साथ फोन के टच गेस्चर को कंट्रोल किया जा सकता है।

लॉक स्क्रीन सेटिंग में मौजूद इस मोड को इनेबल करते हैं तो फोन जेब में रहने के बाद भी ठीक से बंद रहता है। वॉकिंग, रनिंग जैसी एक्टिविटी के दौरान फोन अगर गलती से ऑन भी रह जाता है तो जेब में यह अपने आप नहीं चलता।