कोटा. सांगोद की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने ग्रामीण साथिन शिशु पालना गृह की समस्याओ की मांग को शासन सचिव महिला एव बाल विकास विभाग के कोटा कलेक्ट्री सभागार में आगमन पर स्वागत कर ज्ञापन सौपा गया। ज्ञापन में बताया की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका आशा सहयोगिनी ग्रामीण साथिन को शिशु पालना ग्रह कार्यकर्ता को स्थाई कर्मचारी घोषित किया जाएँ। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका आशा सहयोगिनी ग्रामीण साथिन शिशु पालना ग्रह कार्यकर्ता को जब तक स्थाई नही होने पर 18000 हजार मानदेय दिया जाएँ।सेवानिवृत के पश्चात पेन्शन दी जाएँ एंव पी एफ काटा जाएँ,कार्यकर्ता सहायिका आशा व ग्रमीणा साथिन को 61 वर्ष कार्य करने दिया जाएँ। आंगनबाड़ी केन्द्र का भवन किराया मंहगाई को देखते हुएँ शहरी क्षेत्र में 1000 से बड़ा कर 3000 हजार रुपये व ग्रामीण में 750 रूपये से 2000 रुपये किया जाएँ। आंगन बाड़ी कार्यकर्ता सहयिका का मानदेय एक मुश्त 10 तक जमा कराया जाएँ व राज्य सरकार केन्द्र सरकार का मानदेय एक साथ जमा करा जाएं। शिशु पालना गृह सहायिका को कार्यकर्ता बनाया जाएं व 1815 मानदेय की जगह 4,554मानदेय दिया जाएँ। आशा सहयोगिनी को केन्द्र सरकार से जोड़ा जाएं आशा सुपर वाइजर ए एन एम योगिता के आधार पर प्राथमिकता दी जाएं और 600 रुपये रिचार्ज दिया जाएँ। ग्रामीण साथिन को प्रचेता के पद पर अनुभव के हिसाब से नियुक्ति दी जाएँ। ज्ञापन देने वालो में अर्चना सिंदरिया, गीता मेहरा,संगीता शाक्यावाल सहित आदि कार्यकर्ता मौजूद रही।