जयपुर। राजस्थान में कक्षा 8वीं, दसवीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा के मेधावी विद्यार्थियों को पांच साल से टेबलेट मिलने का इंतजार है। शिक्षा विभाग ने अंतिम बार 2017-18 के शिक्षा सत्र के मेधावी विद्यार्थियों को लेपटॉप का वितरण किया था। इसके बाद प्रदेश में कांग्रेस की सरकार सत्ता में आने के बाद लेपटॉप की जगह टेबलेट देने की घोषणा की। पहले एक साल के टेबलेट का वितरण लंबित था, इसी बीच कोरोना आने से दो शिक्षा सत्रों में लेपटॉप का वितरण टाल दिया गया। इसके बाद दो शिक्षा सत्रों के मेधावी विद्यार्थियों को एक साथ टेबलेट वितरण की बात चली, लेकिन वितरित नहीं किए गए।
अब प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद पिछले दो सत्रों के 55 हजार मेधावी विद्यार्थियों को टेबलेट वितरण के लिए कार्यवाही आगे बढ़ी है। शिक्षा विभाग को सरकार से 120 करोड़ रुपए का बजट भी मिल गया है। शिक्षा विभाग अब शिक्षा सत्र 2021-22 तथा 2022-23 के आठवीं, दसवीं और बारहवीं बोर्ड में 75 प्रतिशत या इससे अधिक अंक लाने वाले विद्यार्थियों को टेबलेट का वितरण शीघ्र ही करेगा।
इन सत्रों के नहीं मिलेंगे
शिक्षा सत्र 2018-19, 2019-20, 2020-21 के तीन शिक्षा सत्रों के मेधावी विद्यार्थियों को टेबलेट नहीं मिलेंगे। ऐसे में इन सत्रों के मेधावी विद्यार्थी खुद को ठगा सा महसूस कर रहे हैं। हालांकि साल 2018-19 के 8वीं के मेधावी विद्यार्थी अब कॉलेज में पहुंच गए हैं। जबकि दसवीं और बारहवीं के मेधावी विद्यार्थी अब स्नातक कर रहे है। शिक्षा सत्र 2019-20 और 2020-21 के विद्यार्थी जरूर अब स्कूल-कॉलेज में अध्ययनरत है।
टेबलेट खरीद के ऑर्डर जारी
शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि 55 हजार से अधिक मेधावी विद्यार्थियों को देने के लिए टेबलेट खरीद के ऑर्डर दिए जा चुके हैं। संबंधित फर्म टेबलेट में प्रोग्रामिंग कर उपलब्ध करवा देगी, इसके बाद वितरण शुरू किया जाएगा। जुलाई में स्कूल खुलने के कुछ समय बाद विद्यार्थियों के हाथ टेबलेट पहुंचने की उम्मीद है।
शिक्षा निदेशालय और शिक्षा विभाग द्वारास प्रदेश के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों से आठवीं बोर्ड, दसवीं और बारहवीं बोर्ड के मेधावी विद्यार्थियों की सूची मांगी है। जिसके अनुसार शिक्षा सत्र 2021-22 एवं 2022-23 के 55 हजार 727 विद्यार्थियों को ही टेबलेट दिए जाएंगे। इसमें 2021-22 के 27 हजार 861 तथा 2022-23 के 27 हजार 866 मेधावी विद्यार्थियों के नाम शामिल हैं।
टेबलेट लेने वाले विद्यार्थियों में सबसे अधिक जयपुर और सबसे कम प्रतापगढ़ के विद्यार्थी शामिल है। शिक्षा सत्र 2021-22 में जयपुर के 1667 एवं प्रतापगढ़ के 439 मेधावी विद्यार्थी रहे हैं। शिक्षा सत्र 2022-23 में जयपुर के 1745 एवं प्रतापगढ़ के 435 विद्यार्थी हैं।