लोहावट में बीती रात स्टेट हाईवे के निकट पेड़ से लटक कर एक बुजुर्ग ने आत्महत्या कर ली. अमानवीयता तो ये है कि फांसी लगाने के बाद भी लोग उनका वीडियो बना रहे थे. आत्महत्या करने वाले बुजुर्ग पिछले कई दिनों से सोशल मीडिया में "भंगार लेवणो है काईं " डायलॉग से खूब वायरल हो थे. मृतक बुजुर्ग अपने साथ एक रेहड़ी लेकर चलते थे. दरअसल कुछ महीने पहले सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था. जिसमें एक बुजुर्ग रेहड़ी (ठेला) चलाता हुआ दिख रहा है और कुछ युवक उस बाबा की मदद करने के नाम पर बाबा के पास रुकते हैं और मदद के लिए पूछते हैं. मोबाइल से वीडियो बनता देख चिढ़ते हुए बाबा "भंगार लेवणो है काईं थारे" कह कर आगे बढ़ जाते हैं . "भंगार लेवणो है काईं थारे" का मतलब है कि 'क्या तुम्हें कचरा खरीदना है?'. बुजुर्ग बाबा के पास एक ठेला था. वो उसे में रहते थे और रास्ते में चलते हुए प्लास्टिक की बोतल और कचरा उसमें रखते हुए चलते थे. जब उसने पूछा गया कि क्या हाल हैं? तो उन्होंने चिढ़ते हुए कहा था, "भंगार लेवणो है काईं थारे" यानी 'क्या तुम्हें कचरा खरीदना है?' वो वीडियो सोशल मीडिया पर इतना वायरल हुआ कि लोग जहां भी उस बाबा को देखते तो वीडियो बनाने के चक्कर में बाबा को चिढ़ाते हुए कहते रहते थे की "भंगार लेवणो है काईं थारे" और चिढ़ता हुआ बुजुर्ग उनके पीछे भागता तो लोग उसका वीडियो बना व्यूज पाने के चक्कर में सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर डालते देते थे. ये सिलसिला पिछले कई महीनों से चल रहा था. वहीं आज जब उसी बुजुर्ग के लोहावट क्षेत्र में आने की जानकारी मिली तो लोहावट के सोशल मीडिया के दीवानों ने भी उसी डायलॉग से चिढ़ाने लगे और परेशान कर उसका वीडियो बनाने लगे.परेशान बुजुर्ग उनसे पीछा छुड़ाने के लिए उनके पीछे भागने लगा और लोग वीडियो बनाने लगे. इन सबसे परेशान बुजुर्ग बाबा ने लोहावट में स्टेट हाईवे के निकट एक पेड़ से लटकर अपनी जान दे दी.
पटौदी इंटरप्राइजेज एवं अलगोजा रिसोर्ट - बूंदी
पटौदी इंटरप्राइजेज एवं अलगोजा रिसोर्ट कीऔर से बूंदी वासियों को दीपावली की हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं