'राजनीति में कोई चीज स्थाई नहीं होती है अनेक समीकरण बनते हैं और समीकरणों के आधार पर ही हार जीत होती है'' यह कहना है सीकर लोकसभा क्षेत्र से दो बार के सांसद रहे और लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा प्रत्याशी स्वामी सुमेधानंद सरस्वती का. उन्होंने राहुल कस्वां के टिकट से पार्टी को नुकसान की बात भी कही. साथ ही तह भी कहा कि वसुंधरा रहे अगर चुनाव प्रचार करतीं तो पार्टी को फायदा होता.लोकसभा चुनाव में अपनी हार के बारे में बातचीत करते हुए उन्होंने कहा, ''जहां तक लोकसभा 2024 के चुनाव के प्रथम चरण में राजस्थान की 12 सीटों में से 8 सीटों पर भाजपा हारी. इसका बहुत बड़ा कारण रहा वोट प्रतिशत कम होना, किसान आंदोलन का गठबंधन की पार्टियों की ओर से झूठे तरीके से प्रचार करना, केंद्र सरकार की अग्निवीर योजना को सही तरीके युवाओं को नहीं समझा पाने के कारण थोड़ा बहुत नुकसान उसका भी हुआ.'' समेधांनन्द सरस्वती ने यह भी कहा कि कहा राहुल कस्वां की टिकट काटने का असर शेखावाटी की चारों सीट चूरू, सीकर, झुंझुनूं और नागौर पर भी पड़ा है. इसको बिल्कुल भी नकारा नहीं जा सकता. लेकिन केवल जाट वोटों को ही बात नहीं है. इसके अलावा एससी को डराया गया कि आपका संविधान खतरे में पड़ जाएगा, आपका आरक्षण खत्म कर देंगे. जिसके चलते एससी के वोट भाजपा को कम मिले, साथ ही राजपूत के वोट भी कम पड़े है, राजपूत ने वोट तो दिए हैं लेकिन काफी कम पड़े हैं. इसका मुख्य कारण रूपाला का बयान रहा.