राजस्थान में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने प्रदेश की अनुसूचित जनजातियों के सामाजिक और आर्थिक विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है. इसी क्रम में राजस्थान जनजाति परामर्शदात्री परिषद् में सदस्य बनाए गए हैं. इस परिषद में राजस्थान विधानसभा में निर्वाचित अनुसूचित जनजाति के 14 विधायक सदस्य बने हैं. राजस्थान जनजाति परामर्शदात्री परिषद् में मुख्यमंत्री ने विधायक महेन्द्रपाल मीणा, हंसराज मीणा, राजेन्द्र मीणा,  रामबिलास, समाराम, प्रतापलाल भील, फूल सिंह मीणा, अमृत लाल मीणा, श्री महेश मीणा, शंकर लाल डेचा, कैलाश चन्द्र मीणा, हेमन्त मीणा, गोपीचन्द मीणा, ललित मीणा का मनोनयन किया गया है. साथ ही परिषद् में एक गैर सरकारी सदस्य के पद पर पुष्कर तेली का मनोनयन भी किया गया है. सीएम ने कहा कि अनुसूचित जनजातियों के सर्वांगीण विकास के लिए परिषद् महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी. परिषद् जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग की योजनाओं की समीक्षा कर सकेगी. नई योजनाओं के लिए परामर्श दे सकेगी. इससे अनुसूचित जनजातियों एवं अनुसूचित क्षेत्र (टीएसपी) का सामाजिक, सांस्कृतिक एवं आर्थिक विकास सुनिश्चित हो सकेगा. परिषद् के राज्य की अनुसूचित जनजाति के कल्याण और उन्नति से संबंधित ऐसे विषयों पर भी सलाह दी जाती है जो राज्यपाल की ओर से निर्देशित किए जाएं.