भाजपा ने एक बार फिर सर्वसम्मति से लोकसभा स्पीकर के चयन के लिए कवायद तेज कर दी है। सहयोगी दलों से बातचीत और विपक्ष को भी सर्वसम्मत स्पीकर के लिए राजी करने की कमान वरिष्ठ भाजपा नेता और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह को सौंपी गई है। नई लोकसभा का पहला सत्र 24 जून से शूरू होगा और स्पीकर का चुनाव 26 जून को होगा। लोकसभा के इतिहास में अभी तक सर्वसम्मति से ही स्पीकर बनते आए हैं। सूत्रों के अनुसार लोकसभा में बदले हुए संख्या बल की स्थिति में स्पीकर का पद भाजपा अपने पास रखेगी और एनडीए गठबंधन सहयोगियों को भी इसमें कोई आपत्ति नहीं है।भाजपा चाहती है कि उसके स्पीकर के नाम पर विपक्षी दल भी राजी हों और चुनाव की नौबत नहीं आए। राजनाथ सिंह सहयोगी दलों से लेकर विपक्ष के नेताओं से भी संवाद में कौशल में माहिर माने जाते हैं। लोकसभा स्पीकर के लिए आम सहमति बनाने में भाजपा उनके अनुभव का लाभ उठाना चाहती है इसलिए उन्हें यह टास्क सौंपा गया है। स्पीकर और संसद सत्र के अन्य मसलों पर चर्चा के लिए इसी सप्ताह एनडीए की बैठक हो सकती है। भाजपा सूत्र बताते हैं कि जिस तरह से पीएम नरेंद्र मोदी ने मंत्रिमंडल में पुराने चेहरों को महत्व दिया है, उस लिहाज से स्पीकर ओम बिरला को फिर से मौका दिया जा सकता है। रविवार को संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू की बिरला से मुलाकात को भी इससे जोड़ कर देखा जा रहा है।