राजस्थान की भजनलाल सरकार 10 जुलाई को अपना पहला पूर्ण बजट पेश करने जा रही है. इस बार के बजट में सबसे ज्यादा फोकस चिकित्सा और स्वास्थ्य पर रहने वाला है. इसलिए राज्य के हर तबके के लोगों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए बजट तैयार किया जा रहा है. मंगलवार सुबह दिल्ली से लौटते ही मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने सचिवालय में एक बड़ी बैठक की है, जिसमें दोनों डिप्टी सीएम के साथ चीफ सेक्रेटरी और चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री उपस्थित रहे. इस दौरान सभी ने मिलकर प्रदेशभर के वरिष्ठ डॉक्टरों के साथ परामर्श किया और आगे की कार्ययोजना बनाई. बजट से पहले स्वास्थ्य महकमे के विशेषज्ञों के साथ हुई इस बैठक में नए इनोवेशन को लेकर चर्चा हुई. बैठक में स्वास्थ्य क्षेत्र के एक्सपर्ट, मेडिकल कॉलेज, मेडिकल विश्वविद्यालय के विशेषज्ञों ने 'स्वस्थ राजस्थान- तंदुरुस्त राजस्थान' की तर्ज पर एलोपैथी,आयुर्वेदिक, पैरामेडिकल, फार्मेसी व नर्सिंग के विषयों को लेकर अपने सुझाव दिए. कुछ डॉक्टर्स इस बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भी जुड़े थे, जिन्होंने इस बैठक के महत्व को समझते हुए सीएम के सामने अपने विचार रखे. इस बैठक के बाद 3 बजे से सीएम शर्मा एक और बैठक करने वाले हैं जिसमें आदिवासी क्षेत्र के विकास को लेकर परामर्श होगा. राजस्थान की वित्त मंत्री दिया कुमारी प्रदेश की भजनलाल सरकार का पहला पूर्ण बजट पेश करेंगी. यह राजस्थान की 16वीं विधनसभा का दूसरा सत्र होगा, जिसके लिए राज्यपाल कलराज मिश्र ने अपनी स्वीकृति दे दी है. विधानसभा का यह सत्र पूरी तरह से पेपर लेस होने वाला है. इसी कड़ी में सत्र के सभी सदस्यों को उनकी सीट पर एक-एक टैबलेट मिलेगा. साथ ही राजस्थान के सभी विधायकों को डिजिटलाइजेशन के लिए जरूरी ट्रेनिंग भी दी जाएगी. जल्द ही राजस्थान की 5 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के अलावा प्रदेशभर में पंचायत चुनाव भी होने वाले हैं. ऐसे में इस बजट में किए गए हर ऐलान कई मायनों में खास होने वाले हैं.