साइबर ठग अपना रहे ठगी के नए नए तरिके पुलिस अधिकारी बन कैसे को रफा दफा करने के मांगी रिश्वत अपील की जारी
बूंदी जिले में साइबर ठगी के मामले दिन प्रतिदिन बढ़ते ही जा रहे हैं। साइबर ठग ठगी की वारदात को अंजाम देने के लिए नित नए तरीके अपनाने लगे है। कुछ दिनों पहले पुलिसकर्मी बन बच्चों के अभिभावकों को फोन कर कर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग कर बच्चों की आवाज सुनाकर साइबर ठगी के मामले सामने आ रहे थे पर अब तो साइबर ठगों ने पुलिस अधीक्षक के नाम पर थानों में दर्ज मामलों को रफा-दफा करने के नाम पर रिश्वत मांग कर ठगी की जा रही है।
पुलिस अधीक्षक ने अपील की जारी
जिला पुलिस अधीक्षक हनुमान प्रसाद ने बताया कि साइबर ठग ने फ्रॉड करने का नया तरीका अपनाकर थाने में दर्ज ऑनलाइन एफआईआर परिवाद में से फरियादी के मोबाइल नम्बर निकालकर पुलिस अधिकारी बनकर पुलिस सहायता के नाम से पैसे मांगने व फ्रॉड करने का नया तरीका निकाल रहे है। हाल में ही तालेडा थाना क्षेत्र में पुलिस अधीक्षक बूंदी के नाम से पुलिस अधिकारी बनकर मामले को रफा-दफा कर पुलिस सहायता करने के लिये 03 लाख रुपये रिश्वत की मांगने का मामला सामने आया है। मामले में जब नम्बर की तकनीकी जांच की गई, तो उक्त नम्बर चेन्नई का होना पाया गया। अतः जब भी आपके पास इस तरह की कॉल आये तो उस नम्बर की जांच पडताल कर सम्बन्धित थाने या उच्चाधिकारियों को अवगत करवा सकते है उन्होंने आमजन से सतर्क व सजग रहने की अपील की है।
हेल्पलाइन नंबर किया जारी
जिला पुलिस अधीक्षक अनुमान प्रसाद मीणा ने शहर वासियों व जिले वासियों से अपील करते हुए कहा है कि इस तरह पाकिस्तान का कॉल आने पर उसकी अच्छी तरह जांच पड़ताल कर उसकी सूचना तुरंत पुलिस थाने या उच्च अधिकारियों को निम्न नंबर के माध्यम से दी जा सकती। उन्होंने आमजन की सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं।उन्होंने कहा कि ऐसे कॉल आने पर आप पुलिस कन्ट्रोल रूम बूंदी के मोबाईल नं. 87648-62310, 0747-2443901, 2444177 पर कॉल कर बता सकते है। आपकी तुरंत सहायता की जाएगी।