करौली जिले के नई मंडी थाना क्षेत्र में हुई मूकबधिर 10 वर्षीय बालिका हत्याकांड में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। यहां एक माह से ये हत्याकांड पुलिस के लिए पहेली बना हुआ था। अब पुलिस ने हत्याकांड का खुलासा कर दिया है। हत्याकांड के खुलासे में पता चला है कि मूकबधिर बालिका को उसके माता पिता और मामा ने उसको कीटनाशक दवा पिलाकर ही मार दिया था।पुलिस ने माता पिता सहित मामा को गिरफ्तार कर लिया है।बताया जा रहा है मूकबधिर बालिका का किसी बात को लेकर मां के साथ झगड़ा हो गया था, जिसके चलते 10 वर्षीय बालिका ने तेल डालकर खुद को आग लगा ली थी।मामले को दबाने के लिए परिजनों द्वारा यह साजिश रची गई। पुलिस अधीक्षक ब्रजेश ज्योति उपाध्याय ने बताया कि 9 मई को हिंडौन सिटी थाने पर सूचना मिली की एक 10 वर्षीय मूक बधिर बच्ची डिम्पल मीणा जली हुई अवस्था में भर्ती थी। पुलिस की ओर से अस्पताल में बालिका बयान देने की स्थिति में नहीं थी।बालिका के माता पिता भी कुछ बोलने के लिए तैयार नहीं थे।जिसके बाद नाबालिका को जयपुर एसएमएस अस्पताल में भर्ती करवाया गया। पुलिस ने बताया कि जली हुई बच्ची के कपड़ो को जब्त किया गया। घटनास्थल पर मोबाइल फॉरेंसिक टीम भरतपुर को बुलाया गया। जयपुर अस्पताल से पीड़िता की दुष्कर्म की रिपोर्ट और पोस्टमार्टम रिपोर्ट मंगाई गई। एसएमएस के बर्न बार्ड,गेलेरी मेन रोड घटनास्थल के आसपास कॉलोनी के लगभग 200 सीसीटीवी कैमरे खंगाल कर अहम साक्ष्य जुटाए। साइबर टीम ने 300 से अधिक सीडीआर का विश्लेषण किया गया।इस मामले को लेकर विशेष भूमिका नई मंडी के हेड कॉन्स्टेबल देवकीनंदन कॉन्स्टेबल जोगेंद्र साइबर सेल के कॉन्स्टेबल जगमोहन की रही। पुलिस ने बताया कि 10 वर्षीय बच्ची का किसी बात को लेकर मां से झगड़ा हो गया था।झगड़े के दौरान बच्ची ने अपने ऊपर तेल डालकर आग लगा ली थी। जिसका जुर्म छुपाने के लिए मां ने पेट्रोल वाली बोतल को घर में छुपा दिया।पीड़िता के मामा द्वारा ललित नाम युवक की 9 वर्ष पुरानी फ़ोटो पहचान करवाकर उसको आरोपी बनाने की कोशिश की गई। पीडिता के माता पिता और मामा द्वारा 10 दिन से मारने की साजिश रची जा रही थी। पुलिस ने बताया कि मेडिकल बोर्ड से खुलासा हुआ की बच्ची के मौत से 24 घण्टे पहले उसको कीटनाशक दवा खिलाई गई है, जिससे उसकी मृत्यु हुई है। पुलिस ने बताया की एफएसएल रिपोर्ट में कपडों स्किन हेयर सैम्पल पर पेट्रोलियम हाइड्रोकार्बन और हाइड्रोक्लोराइड एसिड के ट्रेस पाए गए। दुष्कर्म संबंधी नमूने में दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई। मृत्यु का कारण कीटनाशक जहर के सेवन पाया गया,जिसके चलते पुलिस को परिजनों पर शक हुआ। इसके बाद पुलिस ने परिजनों से गहनता से पूछताछ की, जिसके बाद परिजनों ने उनके द्वारा जुर्म करना कबूल किया गया।