राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के कार्यकाल के 6 महीने पूरे हो गए हैं. विधानसभा चुनाव 2023 में जीत के बाद भाजपा ने पहली बार विधायक बने भजनलाल शर्मा को मुख्यमंत्री बनाते हुए बड़ा दांव चला था. पार्टी ने कई कद्दावर नेताओं को दरकिनार कर संगठन में लंबे समय तक काम कर चुके भजनलाल शर्मा को सीएम बनाया था. मुख्यमंत्री बनने के बाद भजनलाल शर्मा ने अपने काम से अपने आलोचकों का मुंह बंद कर दिया. शुरुआती 6 महीने के कार्यकाल में भजनलाल शर्मा ने कई बड़े फैसले लिए. हालांकि लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने के कारण सरकार का कामकाज कुछ दिनों तक ठप्प सा रहा. लेकिन आम चुनाव की घोषणा से पहले और नतीजे घोषित होने के बाद भजनलाल शर्मा ने कई ऐसे बड़े फैसले लिए जिससे उन्होंने प्रदेश के लोगों का दिल जीत लिया. हालांकि भजनलाल शर्मा सरकार के सामने चुनौतियां अब भी हैं. लेकिन सीएम ने जनकल्याण से जुड़े कई ऐसे फैसले लिए जिससे उनके विपक्षी भी कई बार उनकी तारीफ करते नजर आए. लोकसभा चुनाव में कांग्रेस सहित इंडिया गठबंधन प्रदेश की 11 सीटों पर जीत हासिल की है. इस जीत से विपक्ष जोश में है. हर छोटे-बड़े मौकों पर सरकार को लपेटे में ले रही है. ऐसे में भजनलाल सरकार को विपक्ष के सवालों का समुचित जवाब देते हुए भाजपा में चल रही गुटबाजी को खत्म करना भी एक बड़ी चुनौती है. अपनी ही पार्टी में शामिल वैसे लोग जो मौजूदा सरकार से संतुष्ट नहीं है, वैसे लोगों को शांत करना सरकार की एक बड़ी चुनौती है.