नमाना क्षेत्र के सिलोर में शनिवार को काम करते समय बिजली निगम का एक संविदा कर्मचारी करंट की चपेट में आ गया, इसके बाद कोटा अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई।

लाइनमैन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए ग्रामीण और परिजनों ने रविवार को जिला कलेक्टर पर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। 

परिजनों का आरोप है कि काम करते समय लाइनमैन ने बिजली चालू कर दी, जिसके चलते कर्मचारी करंट की चपेट में आ गया। मुआवजा देने की बात पर सहमति बनने पर मामला शांत हुआ।

बर्तन के भाई गणेश कुशवाहा ने बताया सिल्लोड गांव में शनिवार दोपहर करीब 4:00 बजे छीतर लाल के खेत पर संविदा कर्मचारी ओम प्रकाश कुशवाहा दो अन्य लाइनमैन मुकेश और प्रमोद के साथ बिजली का शट डाउन लेकर 11 केवी की नई लाइन डालने का काम कर रहे थे।

इसी दौरान बिना पूछताछ के लाइन मैंन ने बिजली सप्लाई चालू करवा दी।

इसके चलते ओम प्रकाश करंट की चपेट में आ गया। उसे पहले जिला अस्पताल और बाद में कोटा अस्पताल में भर्ती करवाया था कोटा में उसकी मौत हो गई।

मृतक के भाई ने पुलिस को लाइनमैन के खिलाफ लापरवाही बरतने की शिकायत देकर उचित कार्रवाई की मांग की है। 

मुआवजे और कार्रवाई की मांग को लेकर प्रदर्शन 

बिजली विभाग के संविदा कर्मचारी की मौत के बाद रविवार को परिजन व ग्रामीण जिला कलेक्ट्रेट पर जमा हो गए और प्रदर्शन करने लगे।

ग्रामीणों की मांग थी की लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों के खिलाफ ठोस कार्रवाई के साथ मृतक के आश्रितो को उचित मुआवजा दिया जाए । इसी बात को लेकर काफी देर तक कलेक्ट्रेट पर काफी देर तक हंगामा चलता रहा। काफी समझा इसके बाद मृतक के परिवार जनों को पांच लाख रुपए देने की बात पर सहमति व राज्य सरकार से मिलने वाली सहायता पर सहमति बनी तब जाकर मामला शांत हुआ।