बूंदी। खनिज विभाग की टीम पर पथराव कर राजकार्य ड्यूटी मे बाधा पहुँचाने वाले तीन अभियुक्तो को देई थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है। माईनिंग विभाग की टीम पर पत्थरो से हमला करने वाले तीनों अपराधी रामगढ विषधारी के जंगल से फोजी पुत्र कालू गुर्जर उम्र 35 साल निवासी जेतपुर थाना देई, श्योजीलाल पुत्र नीमलाल गुर्जर उम्र 35 साल निवासी जेतपुर थाना देई, राधाकिशन पुत्र मोतीलाल गुर्जर उम्र 50 साल निवासी किशनगंज थाना देई जिला बून्दी को गिरफ्तार किया है।
ओम धगाल - पूर्व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य भाजपा युवा मोर्चा
ओम धगाल की और से हिंडोली विधानसभा क्षेत्र एवं बूंदी जिले वासियों को रौशनी के त्यौहार दीपावली की हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं
जिला पुलिस अधीक्षक हनुमान प्रसाद ने बताया की 1 जून 2024 को देई थाना क्षेत्र के ग्राम जेतपुर मे माईनिंग विभाग की टीम पर पत्थरो से हमला कर व राजकार्य मे बाधा पहुँचाने के प्रकरण मे थानाधिकारी थाना देई के नेतृत्व मे गठित पुलिस टीम द्वारा कार्यवाही करते हुए तीन आरोपियों फोजी, श्योजीलाल, राधाकिशन को गिरफ्तार करने मे सफलता प्राप्त की है।
1 जून को खनि कार्यदेशक द्वितीय बून्दी ईशा आवार्ड ने उपस्थित थाना होकर तहरीरी रिपोर्ट इस आशय की पेश की कि आज अवैध खनन की सुचना पर कार्यवाही के लिए ग्राम जेतपुर पहुँचे जहां पर चेकिंग के दोरान निकट ग्राम जेतपुर मे दो पत्थर से भरे (मैसेनरी स्टोन) ट्रेक्टर मय ट्रोली दिखाई दिये। जिनका पिछा करने पर उक्त दोनो ट्रेक्टर टीम को देखकर भागने लगे। उक्त दोनो ट्रेक्टरो को रोकने के प्रयास करने पर रोड पर 5-6 अज्ञात लोग इकट्ठा होकर आये ओर टीम पर पत्थरो से पथराव करने लगे ओर ट्रेक्टरो को भगा ले गये। पथराव में विभाग के दो बोर्डर होम गार्ड जवान के चोट भी आई है। इसपर मुकदमा धारा 332, 353, 336 आईपीसी दर्ज कर अनुसंधान शुरु किया गया।
थानाधिकारी देई युद्धवीरसिह के नेतृत्व में अज्ञात मुलजिमान की तलाश के लिए टीमो का गठन किया जाकर टीमो को अज्ञात मुलजिमान की तलाश के लिए गांव तलवास के जंगलो में व दुसरी टीम को ग्राम लुहारपुरा, मोतीपुरा, माणकचौक के जंगलो मे व अन्य टीम को रामगढ विषधारी के जंगलो मे रवाना किया। घटना मुखबीर मामुर किये गये। जिसपर 8 जून को रात्रि में वृताधिकारी वृत नैनवा ने पुलिस टीमो का हौसला अफजाई करते हुए व टीमो का मार्गदर्शन करते हुए आज पुनः रामगढ विषधारी के जंगलो में दबिश दी गई। जिस पर पुलिस टीमो ने मुखबीरी व आसुचना तंत्र व तकनीकी अनुसंधान से मुलजिमानो को रामगढ विषधारी के जंगलो मे दबिश देकर डिटेन करने में सफलता हासिल की है।