UPI भारत में आसान डिजिटल भुगतान देता है लेकिन ऐसे में आपको धोखाधड़ी से सावधान रहना होगा! यहां हम आपको सुरक्षित रहने का तरीके बता रहें है। जैसे कि अपना UPI पिन या OTP कभी भी साझा न करें भुगतान करने से पहले रिसीवर का विवरण सत्यापित करें संदिग्ध QR कोड से बचें आदि। इन चरणों का पालन करके आप सुरक्षित UPI लेनदेन का आनंद ले सकते हैं।

भारत में ऑनलाइन पेमेंट तेजी से बढ़ रहा है। लोगों के लिए ये पैसे ट्रांसफर करने का आसान तरीका है। लोग खासकर यूपीआई का इस्तेमाल करते हैं। UPI (यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस) ने भारत में डिजिटल भुगतान में क्रांति ला दी है, लेकिन इसकी सुविधा स्कैमर्स को भी आकर्षित करती है।

ऐसे में अगर आप अपनी मेहनत की कमाई को सुरक्षित रखना चाहते हैं तो यहां हम आपके लिए कुछ जरूरी तरीके लेकर आए है। आइये इनके बारे में जानते हैं।

अपना UPI पिन या OTP कभी भी शेयर न करें

  • आपका UPI पिन आपके ATM पिन की तरह ही है, इसे कभी भी किसी को न बताएं, यहां तक कि बैंक, ग्राहक सेवा प्रतिनिधि या दोस्तों/परिवार को भी नहीं।
  • इसी तरह, अपने वन-टाइम पासवर्ड (OTP) को भी उसी स्तर की गोपनीयता के साथ रखें। इसे किसी भी परिस्थिति में शेयर न करें।
  • भुगतान करने से पहले वेरिफाई करें

    • किसी भी लेन-देन की पुष्टि करने से पहले रिसीवर का नाम और वर्चुअल भुगतान पता (VPA) दोबारा जांच लें।
    • स्कैमर्स अक्सर आपको धोखा देने के लिए वैध व्यवसायों के समान नामों वाले खाते बनाते हैं। ऐसे में थोड़ी सी सावधानी वित्तीय नुकसान से बचा सकती है।
    • QR कोड की जांच करें

      • QR कोड भुगतान शुरू करने का आसान तरीका हो सकता है, लेकिन सावधान रहें। रैंडम QR कोड को स्कैन न करें, खासकर अगर आपको यकीन न हो कि उन्हें किसने बनाया है।
      • इससे स्कैमर्स दुर्भावनापूर्ण लिंक एम्बेड कर सकते हैं, जो नकली UPI इंटरफेस की ओर ले जाते हैं, जब आप अपना पिन डालते हैं तो वे आपके पैसे चुरा लेते हैं।

      ऐप स्टोर से ऐप डाउनलोड करें

      • साइबर अपराधी कभी-कभी जाने-माने UPI प्लेटफॉर्म की नकल करके नकली ऐप बनाते हैं।
      • हमेशा Google Play Store या Apple App Store से सीधे आधिकारिक ऐप डाउनलोड करें।
      • कोई भी ऐप इंस्टॉल करने से पहले रिव्यू पढ़ें और डेवलपर की जानकारी जांचें।