राजस्थान में लोकसभा चुनाव परिणाम के आंकड़े लोगों को चौंकाने वाले आए हैं। इस दौरान राजस्थान की बांसवाड़ा लोकसभा सीट सियासत की काफी सुर्खियों में हैं। इंडिया गठबंधन के तहत भारतीय आदिवासी पार्टी ने वहां के कद्दावर नेता महेंद्रजीत सिंह मालवीय को करारी शिकस्त देकर सियासत में खलबली पैदा कर दी है। लोकसभा चुनाव जीतने के बाद भारतीय आदिवासी पार्टी राजस्थान की अब तीसरी बड़ी पार्टी बन गई है। बाप पार्टी की ओर से किए गए बड़े उलटफेर को लेकर सियासत में जमकर चर्चा है। ऐसे में हनुमान बेनीवाल की आरएलपी और आम आदमी पार्टी से बाप पार्टी आगे निकल गई है। राजस्थान के आदिवासी बाहुल्य वर्ग बांसवाड़ा लोकसभा सीट में बाप पार्टी ने दोहरी जीत हासिल कर सियासत में अपना लोहा मनवा लिया है। इस दौरान लोकसभा चुनाव में बाप के प्रत्याशी राजकुमार रोत ने आदिवासी समुदाय के सबसे बड़े नेता महेंद्रजीत सिंह मालवीय को 2 लाख 47 हजार से अधिक वोटो से हराकर न केवल बड़ी जीत हासिल की, बल्कि बागीदौरा विधानसभा के उप चुनाव में भी इस सीट पर कब्जा किया है। बागीदौरा से जयकृष्णा पटेल ने 51 हजार से अधिक वोटों से चुनाव जीता। राजस्थान में बांसवाड़ा लोकसभा क्षेत्र से बाप पार्टी ने अपनी दोहरी जीत हासिल कर सियासत में खलबली पैदा कर दी है। आज की तारीख में एक साल पहले गठित हुई बाप पार्टी राजस्थान में बीजेपी, कांग्रेस के बाद तीसरी बड़ी पार्टी बन गई है। राजस्थान में भारतीय आदिवासी पार्टी की बड़ी जीत ने सियासत को काफी हैरान कर दिया है। आंकड़ों की बात करें, तो आज की तारीख में भारतीय आदिवासी पार्टी के पास विधानसभा में बांसवाड़ा और डूंगरपुर जिले से चार विधायक और लोकसभा में एक सांसद है, जो बाप पार्टी को राजस्थान की तीसरी बड़ी पार्टी बना रहा है। विधानसभा चुनाव में भारतीय आदिवासी पार्टी ने तीन सीटों पर पहले ही जीत हासिल की थी। इनमें अब उप चुनाव के तहत बागीदौरा विधानसभा सीट भी शामिल हो गई है। पहले यह सीट कांग्रेस के हिस्से में महेंद्रजीत सिंह मालवीय के नाम थी। उपचुनाव में बाप के उम्मीदवार जय कृष्णा पटेल ने 51 हजार से अधिक वोटों से बड़ी जीत हासिल की। इसी तरह चौरासी विधानसभा के विधायक राजकुमार रोत महेंद्रजीत सिंह मालवीय को हराकर सांसद बने हैं।