नरेंद्र मोदी तीसरी बार 9 जून को प्रधानमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। सूत्रों की मानें तो मोदी मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण के लिए रविवार का दिन तय हो चुका है। विदेशी मेहमानों को भी यही बताया गया है। वो 9 जून को ध्यान में रखकर ही शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने दिल्ली पहुंचेंगे। इससे पहले, शुक्रवार, 7 जून को बीजेपी संसदीय दल की बैठक होगी जिसमें नरेंद्र मोदी को नेता चुनने की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद से ही राजधानी दिल्ली में राजनीतिक हलचल तेज है। बुधवार को दिल्ली में एनडीए और विपक्षी इंडिया गठबंधन के दलों ने अलग-अलग बैठकें कीं। दोनों ही गठबंधनों में अपने-अपने सहयोगी दलों के बीच भविष्य की रणनीति पर चर्चा हुई। बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में पीएम आवास पर हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में वर्तमान लोकसभा को भंग करने की सिफारिश को मंजूरी दे दी गई। उसके बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 17वीं लोकसभा को भंग कर दिया। राष्ट्रपति ने मोदी कैबिनेट की विदाई भोज भी दिया। राष्ट्रपति भवन ने मंगलवार को ही बयान जारी कर यह बताया था कि नए केंद्रीय मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण की तैयारी के लिए राष्ट्रपति भवन 5 से 9 जून तक आम लोगों के लिए बंद रहेगा। ध्यान रहे कि मंगलवार, 4 जून को आए चुनावी नतीजों में भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए को 293 सीटों के साथ फिर से बहुमत मिला है। वहीं, कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों का गठबंधन I.N.D.I.A 234 सीटों तक सीमित रह गई है। बीजेपी को अकेले 240 सीटें मिली हैं जो 272 के बहुमत के आंकड़े से 32 कम है। वहीं, कांग्रेस पार्टी अपना प्रदर्शन सुधारकर भी 99 सीटों तक ही पहुंच पाई है। मतलब साफ है कि इस बार भी भले ही नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बनें लेकिन उन्हें गठबंधन दलों की बैशाखी पर टिकी सरकार चलानी होगी।