JDU leader on Agniveer scheme। नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एक बार फिर एनडीए की सरकार बनने जा रही है। हालांकि, इस बार भाजपा अपने दमपर बहुमत का आंकड़ा नहीं छू पाई है। जेडीयू और टीडीपी की मदद से एनडीए सरकार चलने वाली है।विपक्ष का कहना है कि मोदी सरकार द्वारा लाई गई अग्निवीर योजना से लोगों में नाराजगी है। विपक्ष के इस बात को आज जेडीयू नेता केसी त्यागी ने भी दोहराया है।

यूसीसी पर जेडीयू नेता ने क्या कहा? 

उन्होंने कहा,"अग्निवीर योजना को लेकर मतदाता नाराज हैं। हमारी पार्टी चाहती है कि जिन कमियों पर जनता ने सवाल उठाए हैं, उन पर विस्तार से चर्चा की जाए और उन्हें दूर किया जाए। उन्होंने आगे कहा,"यूसीसी पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर सीएम नीतीश कुमार ने विधि आयोग के प्रमुख को पत्र लिखा था। हम इसके खिलाफ नहीं हैं, लेकिन सभी हितधारकों से बात करके इसका समाधान निकाला जाना चाहिए।"

केसी त्यागी ने आगे जातिगत जनगणना का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, "देश में किसी भी पार्टी ने जाति आधारित जनगणना को ना नहीं कहा है। बिहार ने रास्ता दिखाया है। प्रधानमंत्री ने भी सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में इसका विरोध नहीं किया।

उन्होंने आगे कहा,"जाति आधारित जनगणना समय की मांग है। हम इसे आगे बढ़ाएंगे।" उन्होंने यह भी

कहा, "कोई पूर्व शर्त नहीं है। बिना शर्त समर्थन है। लेकिन बिहार को विशेष दर्जा दिया जाना हमारे दिल में है।"

टीडीपी-जेडीयू के सहारे मोदी सरकार

लोकसभा चुनाव की सीटों की बात करें तोएनडीए के खाते में 293 सीटें हैं और आई.एन.डी.आई के खाते में 240 सीटें हैं। इस बार भाजपा को टीडीपी और जेडीयू के समर्थन के साथ सरकार चलानी होगी।

बुधवार को राजग के सहयोगी दलों ने नरेन्द्र मोदी को सर्वसम्मति से अपना नेता चुन लिया है। बैठक में बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू प्रमुख नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में जल्द-से-जल्द सरकार के गठन की प्रक्रिया पूरी करने पर जोर दिया।