विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर बुधवार को जिले भर में विविध कार्यक्रमों का आयोजन हुआ, वृक्षारोपण, साईकिल रैली, परिण्ड़ा, पोस्टर व प्रश्नोत्तरी सहित विविध आयोजनों की धूम रही, वहीं जिला मुख्यालय पर राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल व नगर परिषद के तत्वावधान में जहां खेल संकुल से ग्रीन साइक्लोथॉन का आयोजन किया गया वहीं बालचंद पाड़ा में संगोष्ठी, प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता के साथ परिंडे बांधकर विजेताओं को पुरस्कृत किया गया।ग्रीन साइक्लोथॉन को जिला कलक्टर अक्षय गौदारा ने खेल संकुल से हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। इस मौके पर उपवन संरक्षक वीरेन्द्र कृष्णैया, उपवन संरक्षक आरवीटीआर संजीव शर्मा, प्रदूषण नियंत्रण मंडल के रोहिताश सहित जिलाधिकारी मौजूद रहे।

साइकिल से प्रकृति बचाने हेतु हुए रैली आयोजन में ग्रीन साइक्लाथौन के आयोजन में सहभागी बच्चों का उत्साह देखने लायक था। बड़े उत्साह के साथ नौनिहालों ने भागीदारी कर पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपनी गहरी चिंता को प्रकट किया। बच्चों ने कहा जब पर्यावरण ही सुरक्षित नहीं रहेगा तो हम कैसे सुरक्षित रहेंगे। जनचेतनाकारी नारों के साथसाईकिल रैली खोजागेट से होते हुए कोटा रोड़, चौगानगेट, सदर बाजार, नाहर का चौहट्टा, नवल सागर होते हुए बालचंद पाड़ा स्थित महात्मा गांधी स्कूल में पहुंची। जहां संगोष्ठी के साथ विजेताओं को पुरस्कृत किया गया।

पर्यावरण के प्रति जागरूकता और हमारा भविष्य पर हुई संगोष्ठी

बालचंद पाड़ा स्थित महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय के प्रांगण में आयोजित पर्यावरण दिवस पर उप वन संरक्षक वीरेन्द्र कृष्णैया की अध्यक्षता में संगोष्ठी का आयोजन किया गया। उपवन संरक्षक आरवीटीआर संजीव शर्मा विशिष्ट अतिथि तथा मंडल के सहायक पर्यावरण अभियंता रोहिताश बलाई, उमंग संस्थान समन्वयक डॉ सर्वेश तिवारी, नगर परिषद की डीपीओ शालिनी जैन, शारीरिक शिक्षक विजयभान सिंह, चौहान, सामाजिक कार्यकर्ता शक्ति तोषनीवाल वह उमंग संस्थान सचिव कृष्णकांत राठौर मुख्य वक्ता रहे। 

बच्चों को संबोधित करते हुए उपवन संरक्षक आरवीटीआर संजीव शर्मा ने कहा कि पर्यावरण एवं प्रकृति एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। जनसामान्य के लिए जो प्रकृति है, उसे विज्ञान में पर्यावरण कहा जाता है। प्रकृति जो हमें जीने के लिए स्वच्छ वायु, पीने के लिए साफ शीतल जल और खाने के लिए कंद-मूल-फल उपलब्ध कराती रही है, वही अब संकट में है। यह प्रकृति आज तरह-तरह के खतरों से जूझ रही है। जिसके संरक्षण का दायित्व हमारे नौनिहालों के हाथ में हैं। 

अध्यक्षता कर रहे उप वन संरक्षक वीरेन्द्र कृष्णैया ने कहा कि पूरी दुनिया जलवायु परिवर्तन की वज़ह से गंभीर संकट का सामना कर रही है। यदि समय रहते कार्बन उत्सर्जन को कम करने के प्रयास नहीं किये गए तो जीव-जगत का अस्तित्व खतरे में आ जाएगा। इस दौरान सभी बच्चों को वृक्षारोपण, कचरा निस्तारण, बिजली का बल्ब बंद करने से लेकर पानी की बर्बादी रोकने के प्रति जागरूक किया गया। कार्यक्रम में नगर परिषद की प्रदूषण नियंत्रण मंडल के रोहिताश, जिला परियोजना अधिकारी शालिनी जैन, मंचासीन रहे। कार्यक्रम तें जूट बैग का विमोचन कर सभी बच्चों को जूट बैग व परिझड़े वितरित भी किए गए।

इस दौरान अतिथियों ने सनातन संस्कृति और पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हुए मूक पक्षियों के लिए परिंड़े लगाते हुए दानापानी की व्यवस्था करने का संकल्प भी दिलवाया। वहीं राजकीय महाविद्यालय तथा रोड़वेज बस स्टेंउ पर नुकक्ड़ नाटक से पर्यावरण जागरूकता का संदेश सागर कला जत्थे के कलाकारों द्वारा दिया गया।

विजेताओं को किया पुरस्कृत

पर्यावरण जागरूकता पर आयेजित पोस्टर प्रतियोगिता व ग्रीन साइक्लोथॉन के विजेताओं को पुरुस्कृत भी किया गया। ग्रीन साइक्लोथॉन के वरिष्ट वर्ग में गोविंद प्रजापत प्रथम स्थान पर, श्योदास मीणा द्वितीय स्थान पर, धनंजय सिंह तृतीय स्थान पर रहा, वही कनिष्ट वर्ग में फरदीन खान प्रथम, धैर्य तिवारी द्वितीय तथा सिद्दांत सोनी तृतीय स्थान पर रहा। इसी प्रकार महात्मा गांधी विद्यालय में आयेजित पोस्टर प्रतियोगिता के वरिष्ट वर्ग में सौरभ चोपदार प्रथम, सोनू गुर्जर द्वितीय व अंकित रावत तृतीय स्थान पर तथा कनिष्ट वर्ग में पर्व श्रृंगी प्रथम, महिमा शर्मा द्वितीय तथा आरव चित्तौड़ा तृतीय स्थान पर रहे। कार्यक्रम के दौरान उत्कृष्ट पर्यावरणीय कार्यो के लिए सीता ग्राम से खुशीराम मीणा, मंडावरा से राजकुमार त्रिपाठी, गरनारा से दिनेश शर्मा, दोलाड़ा से विशाल नागर, बून्दी के सचिन सैन, साइकलिस्ट शक्ति तोषनीवाल तथा योगा ट्रेनर भूपेंन्द्र योगी को भी सम्मानित किया गया।

यह रहे मौजूद

हमारे नौनिहालों को जागरूक कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हुए उमंग संस्थान के समन्वयक डॉ सर्वेश तिवारी द्वारा संचालित कार्यक्रम में राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल कनिष्ठ पर्यावरण अभियंता दिलीप कुमार मीणा एवं पंकज सत्तावन, कनिष्ठ पर्यावरण वैज्ञानिक शिवानी नागर, नगर परिषद के दिनेश मीणा, विधिक सेवा प्रधिकरण के रामराज, क्रीड़ाभारती के विजयभान सिंह चौहान, उमंग संस्थान के कृष्ण कांत राठौर, एजु सेल के राकेश माहेश्वरी, महावीर सोनी, इंटर्न पायल पंवार, दीपक गौचर, यदुनन्दन सिंह परिहार सहित पर्यावरण प्रेमी मौजूद रहे।