लोकसभा चुनाव 2024 अपने फाइनल दौर में आ गया है .अब 4 जून को सबको रिजल्ट का इंतजार है .वही 4 जून को ही सबको पता चला जाएगा कि आखिर सत्ता किसके पास होगी.हालांकि एग्जिट पोल के मुताबिक एक बार फिर से बीजेपी सत्ता में काबिज हो सकती है .वही दूसरी तरफ बात करे राजस्थान की तो राजस्थान में इस बार बीजेपी को झटका लगता दिख रहा है .इस बार बीजेपी को 5 से 7 सीटों पर नुकसान उठाना पड़ सकता है .राजस्थान में भले ही कांग्रेस को ज्यादा सीट नहीं आ रही है. लेकिन एग्जिट पोल  जो इशारा किया जा रहा है. वह कांग्रेस के लिए अच्छी खबर है क्यों कि राजस्थान में कांग्रेस का खाता फिर से खुलता दिख रहा है. वहीं बीजेपी को जो पिछली बार 25 सीटें मिली थी, इस बार नुकसान होता दिख रहा है. चलिए आपको बताते हैं एग्जिट पोल के मुताबिक कांग्रेस जो 5 सीटें जीत रही है. वह कौन-कौन सी हो सकती है.राजनीतिक विशेषज्ञों की मानें तो इन सीटों में बाड़मेर-जैसलमेर, नागौर, दौसा, चूरू और सीकर लोकसभा सीट हो सकती है. क्योंकि इन सीटों पर कांग्रेस या कहें INDIA गठबंधन का पलड़ा भारी दिख रहा था. आपको बता दें, इन पांच सीटों में जालोर सिरोही लोकसभा सीट का जिक्र नहीं किया जा रहा है. ऐसे में अशोक गहलोत को झटका लग सकता है. क्योंकि इस सीट पर उनके बेटे वैभव गहलोत मैदान में हैं. बाड़मेर जैसलमेर सीट पर भले ही रविंद्र सिंह भाटी ने खूब सुर्खियां बटोरी हो. लेकिन आंकड़ों की मानें तो यहां कांग्रेस के उमेदा राम बेनीवाल का पलड़ा भारी नजर आ रहा है. फलोदी सट्टा बाजार में भी कुछ ऐसा ही आकलन सामने आ रहा है. जहां उमेदा राम बेनीवाल का भाव सबसे कम दिख रहा है. एग्जिट पोल में भी रविंद्र भाटी के हक में आंकड़ा नहीं दिख रहा जहां 1 सीट भी निर्दलीय के खाते में नहीं दिख रहा है. नागौर लोकसभा सीट पर हनुमान बेनीवाल की जीत का अनुमान लगाया जा रहा है. उन्होंने पहले भी इस सीट से जीत दर्ज की थी. जबकि खुद बीजेपी के बड़े नेता भी कह चुके हैं कि नागौर सीट पर बीजेपी को हार का सामना पड़ सकता है. हालांकि, बीजेपी प्रत्याशी ज्योति मिर्धा ने पूरी ताकत झोंकी थी. दौसा लोकसभा सीट काफी अहम सीट बन गई है जब से किरोड़ी लाल मीणा ने कन्हैया लाल मीणा के जीत का दावा करते हुए हारने पर मंत्री पद छोड़ने का ऐलान किया है. हालांकि, इस सीट पर बड़े उलटफेर के संकेत दिख रहे हैं. इस सीट पर कांग्रेस के मुरारी लाल मीणा के आगे निकलने का आकलण किया जा रहा है. फलोदी सट्टा बाजार में भी इस सीट को लेकर किये गए आकलन में मुरारी लाल मीणा को आगे देखा जा रहा है. वहीं आंकड़ों का समीकरण कांग्रेस की ओर इशारा कर रही है. चूरू लोकसभा सीट कांग्रेस के राहुल कास्वां की वजह से काफी अहम हो गई है. क्योंकि वह पहली बार कांग्रेस की ओर से मैदान में उतरे हैं. माना जा रहा है कि चूरू लोकसभा सीट पर कास्वां परिवार को समर्थन मिलता आ रहा है. हालांकि इस बार बीजेपी ने देवेंद्र झाझरिया पर दांव खेला है. और उनके लिए पीएम मोदी ने खुद बैटिंग की है. लेकिन इसके बाद भी चूरू में राहुल कास्वां को लेकर आकलन किया जा रहा है. फलोदी सट्टा बाजार में भी राहुल कास्वां का भाव देवेंद्र झाझरिया से काफी कम है. सीकर लोकसभा सीट पर भी उलटफेर के संकेत मिले हैं. इस सीट पर कांग्रेस समर्थित सीपीआई (एम) के अमराराम मैदान में हैं. अमराराम के सपोर्ट में आदिवासी समाज दिख रहा है. जबकि बीजेपी ने स्वामी सुमेधानंद सरस्वती को मैदान में उतारा है. फलोदी सट्टा बाजार की बात करें तो यहां अमराराम का भाव स्वामी सुमेधानंद सरस्वती से काफी कम है. जहां अमराराम का भाव 40-50 पैसे है तो सुमेधानंद का भाव 1.5 रुपये तक जा रहा है. यानी अमराराम के जीत के आकलन किये जा रहे हैं.