अलवर। राजस्थान में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने कोटपुतली बहरोड़ जिले के बहरोड़ सदर थानाधिकारी राजेश कुमार और उसके रीडर अजीत सिंह को आईफोन प्रो मैक्स लेते हुए एसीबी की टीम ने दोनों को पकड़ लिया, थाने की रीडर ने 15 हजार रुपए बाद में लेने की बात कही थी। थानाधिकारी और रीडर ने फरियादी से रिश्वत में डेढ़ लाख का आईफोन और 15 हजार रुपए नगद मांगे थे। 

एसीबी के अधिकारी मामले की जांच पड़ताल में जुटे हैं। इस मामले में एसीबी की एक अन्य टीम थाना अधिकारी और रीडर के सरकारी व नीजि आवास पर भी जांच पड़ताल कर रही है। जयपुर ग्रामीण भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के एएसपी सुनील सिहाग और डीएसपी नीरज भारद्वाज के नेतृत्व में फिलहाल थाने में कार्रवाई जारी है।

मामले में और भी हो सकते हैं खुलासे
पूरी कार्रवाई एसीबी एएसपी सुनील सिहाग, डीएसपी नीरज भारद्वाज द्वारा की गई। एसीबी के मुताबिक, थाना अधिकारी द्वारा आईफोन प्रो मैक्स लेटेस्ट फोन मांगा गया था, उसकी कीमत बाजार में डेढ़ लाख रूपए हैं। एसीबी की टीमें अन्य जगहों पर भी जांच पड़ताल कर रही है। इस मामले में कुछ और खुलासे हो सकते हैं। थाना अधिकारी और रीडर का फोन चेक किया जा रहा है। 

एसीबी की टीम जांच पड़ताल कर रही है। साथ ही लैपटॉप समेत अन्य दस्तावेज भी चेक किया जा रहे हैं। एसीबी के अधिकारियों ने कहा कि दोनों को न्यायालय में पेश किया जाएगा। थानाधिकारी और रीडर के बैंक अकाउंट चेक किए जाएंगे। आमतौर पर रिश्वत में लोग पैसे मांगते हैं, लेकिन थाना अधिकारी ने रिश्वत में आईफोन मांगा। थानाधिकारी ने आईफोन किसके लिए लिया और अपने परिवार में किसको गिफ्ट देना चाहता था, इस संबंध में जांच पड़ताल चल रही है।

एसीबी के अधिकारियों ने बताया कि शिकायतकर्ता गुरुग्राम में रियल स्टेट कंपनी का डायरेक्टर है। उसकी कंपनी से करीब एक करोड़ का फ्रॉड किया गया था। इसका मामला सदर थाने में दर्ज कराया गया था। लेकिन थानाधिकारी और रीडर उल्टा उसे ही इस मामले में फंसाने की धमकी देने लगा। एसीबी की कार्रवाई के बाद थाना अधिकारी और रीडर मीडिया के कैमरे से मुंह छुपाते हुए नजर आए। इससे पहले थानाधिकारी सरुण्ड कोटपुतली, भिवाड़ी के चोपनकी, महिला थाने में तैनात रहा है।

एएसपी सुनील सिहाग ने बताया कि रीयल स्टेट कंपनी के डायरेक्टर को ऑनलाइन ठगी के मामले में आरोपी बनाने की धमकी देकर बहरोड़ थाने के थानाधिकारी राजेश कुमार और उनके लीडर अजीत सिंह ने आईफोन प्रो मैक्स और 15 हजार रुपए की डिमांड की। डिमांड पूरी नहीं करने पर झूठे मामले में फंसाने की धमकी दी। थाना अधिकारी और रीडर लगातार उन पर दबाव बना रहे थे और धमकी दे रहे थे।

इससे परेशान डायरेक्टर ने मामले की शिकायत एसीबी के मुख्यालय में दी। एसीबी की तरफ से मामले का सत्यापन करवाया गया, डायरेक्टर ने थाना अधिकारी और रीडर को फोन किया। इस दौरान फोन पर उन्होंने जल्द ही आईफोन देने की बात कही। साथ ही 15 हजार रुपए की व्यवस्था कुछ दिनों में करने के लिए कहा। एसीबी के अनुसार कंपनी के डायरेक्टर आईफोन लेकर शनिवार को बहरोड़ थाने में पहुंचे और उन्होंने थाना अधिकारी और उनके रीडर को आईफोन दिया। इसके बाद डायरेक्टर के इशारे पर एसीबी की टीम ने दोनों को रंगे हाथ पकड़ लिया।