केशर डस्ट से बनाई जा रही सीसी सड़क का निर्माण कार्य ग्रामीणों ने रुकवाया 

जिला प्रशासन से की कमेटी बनाकर जांच कराने की मांग

संवेदक पर लगाया निर्माण कार्य में घटिया सामग्री उपयोग का आरोप

आक्रोशित ग्रामीणों ने आंदोलन की दी चेतावनी

एक तरफ प्रदेश की भजनलाल सरकार प्रदेश से भ्रष्टाचार को खत्म करने की बात कह रही है।वहीं दूसरी ओर बूंदी जिले में सरकार की मनसा के विपरीत सीसी सड़क निर्माण कार्य में खुलेआम भ्रष्टाचार किया जा रहा है। जानकारी के अनुसार बूंदी जिले में आरएसआरडीसी के तहत नेशनल हाइवे-52 से मांगली, टहला, सहसपुरिया, सलावलिया, विजयगढ़, नेहड़ी होते हुए भीलवाड़ा सीमा तक 32 करोड़ की लागत से 34 किलोमीटर सीसी ,डामर सड़क तथा पुलिया निर्माण का कार्य करवाया जा रहा है। नेहड़ी गांव के पास सड़क निर्माण में घटिया सामग्री उपयोग लेने व निर्धारित मापदंड के अनुसार काम नहीं करने का आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने शनिवार को काम रुकवा दिया।ग्रामीणों का कहना था कि कार्यकारी एजेंसी के संबंधित अधिकारी भी निर्माण कार्य का निरीक्षण नहीं कर रहे हैं। जिसके चलते संवेदक के कार्मिक भी सड़क में घटिया सामग्री काम में ले रहे हैं। ग्रामीण सौदान गुर्जर, कालू लाल, भरत गुर्जर ने बताया कि नेहड़ी में सड़क निर्माण चल रहा है। उन्होंने बताया कि सीसी निर्माण कार्य में संवेदक द्वारा क्रेशर की डस्ट का उपयोग कर गुणवत्ता हीन कार्य किया जा रहा है। जिसकी कई बार शिकायत की गई लेकिन अधिकारी द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया गया। ग्रामीणों ने बताया कि सड़क निर्माण के साथ-साथ पांच पुलिया का निर्माण कार्य क्रेशर डस्ट से कर दिया गया। तथा एक जगह नई पुलिया बनाने के बजाय पुरानी पुलिया की ही मरम्मत करके छोड़ दिया गया। जिससे बरसात के समय हमेशा बड़ा हादसा होने का खतरा बना रहेगा। उन्होंने बताया कि सड़क व पुलिया निर्माण में घटिया निर्माण सामग्री का उपयोग कर गुणवत्ताहीन कार्य किया जा रहा है। जिसकी पोल पहली बरसात में ही खुल जाएगी। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि उक्त कार्य में हस्तक्षेप कर गुणवत्तापूर्ण कार्य कराया जाए। तथा पूरे कार्य की कमेटी बनाकर जांच की जाए ।जिससे कि इस सड़क का लाभ लंबे समय तक ग्रामीणों को मिल सके।

घटिया निर्माण को लेकर आक्रोशित ग्रामीणों ने रुकवा दिया था सड़क निर्माण

नेहड़ी गांव के पास सड़क निर्माण में घटिया सामग्री उपयोग लेने व निर्धारित मापदंड के अनुसार काम नहीं करने का आरोप लगाते हुए शनिवार को आक्रोशित ग्रामीणों ने काम रुकवा दिया था। ग्रामीणों ने कहा कि संबंधित अधिकारी मौके पर खड़े होकर जबतक काम नहीं कराएंगे तब तक कार्य शुरू नहीं होने देंगे। जिसके बाद सहायक परियोजना अधिकारी सुरेंद्र गुर्जर नेहड़ी पहुंचे। निर्माण सामग्री की गुणवत्ता की जांच की गई। जिसमें एमसेंड, गिट्टी की मोटाई आदि की जांच की, लेकिन ग्रामीण इनकी जांच से संतुष्ट नहीं हुए। इस पर अधिकारी लौट गए। ग्रामीणों ने कहा कि संवेदक द्वारा सड़क को घटिया बनाया जा रहा है। जब तक सड़क को गुणवत्तापूर्ण सामग्री से नहीं बनाया जाएगा जब तक कार्य शुरू नहीं होने देंगे। 

सीसी सड़क निर्माण जांच में पाया था घटिया

विजयगढ़ गांव के ग्रामीणों ने घटिया सड़क निर्माण जांच करवाकर उचित कार्रवाई करने की मांग को लेकर जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया था।ज्ञापन में बताया कि हाइवे 52 से मांगली, टहला, नेहड़ी होता हुआ भीलवाड़ा सीमा तक रोड का निर्माण कार्य हो रहा है। इस कार्य को आरएसआरटीसी कंपनी द्वारा किया जा रहा है। ग्रामीणों का कहना था कि कंपनी द्वारा सीसी सड़क का निर्माण कार्य किया जा रहा है। इसमें बहुत ज्यादा अनियमितता की जा रही हैं। मापदंडों के अनुसार कार्य नहीं हो रहा है। निर्माण में बनास बजरी की जगह क्रेशर की डस्ट का प्रयोग किया जा रहा है। साथ ही सीमेंट भी पर्याप्त मात्रा में नहीं डाला जा रहा।ज्ञापन में बताया कि सीसी सड़क की शिकायत संवेदक व एईएन से की थी। जिस पर सहायक अभियंता द्वारा जांच करवाई तो निर्माण घटिया होना पाया गया। जिस पर सहायक अभियंता ने आश्वासन दिया कि सही तरीके से निर्माण कार्य होगा। जो घटिया निर्माण हुआ, उसको भी सही करवाया जाएगा। लेकिन, संवेदक द्वारा फिर से उसी तरीके से घटिया तरीके से निर्माण कार्य चालू कर दिया। ग्रामीणों ने बताया कि सहायक अभियंता से दुबारा शिकायत करने पर उन्होंने बोला कि यह निर्माण कार्य ऐसे ही चलेगा। इस पर ग्रामीणों द्वारा जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया गया। जिस पर जिला कलेक्टर ने कमेटी बनाकर जांच करने की बात कही। इस दौरान हीरालाल, रामेश्वर, मोरपाल, राम लक्ष्मण, भरत, कैलाश ,रायमल, हेमराज गुर्जर, कानाराम ,धर्मराज, सुखीराम, कालूराम ,घीसूलाल, मोरपाल ,कानाराम, लेखराज, विनोद, अनिल सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणों मौजूद रहे।

आरएसआरडीसी एईएन सुरेंद्र गुर्जर ने बताया कि निर्माण कार्य में मिनिरल्स सेंड व नेचुरल सेंड़ का उपयोग हो रहा है क्रेशर डस्ट का उपयोग नहीं किया जा रहा है। हमारे द्वारा समय-समय पर सड़क निर्माण कार्य को जांचा जा रहा है। फिर भी ग्रामीणों की शिकायत है तो जांच करवायेंगे कार्य गुणवत्तापूर्ण ही करवाया जायेगा। 

ग्रामीण सौदान गुर्जर ने बताया कि एम सेंड की जांच में 25 फीसदी डस्ट निकली है और गिट्टी की मोटाई भी कम है। सीसी सड़क पर बिना खोदे नई सड़क बना दी है। इस जांच से हम संतुष्ट नहीं है। प्रशासन किये गए निर्माण कार्य की कमेटी बनाकर जांच करावे। समय रहते उचित कदम नहीं उठाया गया तो मजबूरन ग्रामीणों को आंदोलन करना पड़ेगा।