बून्दी। बुधवार को बूंदी जिला मुख्यालय का प. बृजसुन्दर शर्मा अ श्रेणी चिकित्सालय उस समय शर्मिंदा हो गया जब दवाईयां बाहर से खरीदकर लाने की जानकारी मरीज के परिजनो ने प्रभारी सचिव कुंजीलाल मीना को दी। इसके बाद प्रमुख चिकित्सा अधिकारी सहित मौके पर उपस्थित चिकित्सको से जवाब देते नही बना और प्रभारी सचिव को गुमराह करने मे लगे रहे। 

दरअसल बुधवार को जिले के प्रभारी सचिव कुंजीलाल मीना जिला कलक्टर अक्षय गोदारा को साथ लेकर जिला अस्पताल की व्यवस्थाओ को जाचंने पहुंच गये। इस दौरान प्रभारी सचिव ने गंभीरता के साथ जिला अस्पताल का निरीक्षण किया और प्रमुख चिकित्सा अधिकारी से व्यवस्थो व अव्वस्थाओ की जानकारी लेते रहे। अपने निरीक्षण के दौरान जब प्रभारी सचिव मेडिकल वार्ड मे पहुंचे तो उन्होेने मेडिकल वार्ड मे भर्ती मरीज के परिजनो से पूछा की आपको सभी दवाईयां यही से समय पर मिल रही है तो मरीज के परिजनो का जवाब सुनकर चिकित्सक बगले झांकने। मरीज के परिजनो ने प्रभारी सचिव को बताया कि दवाईयां बाहर से खरीदकर लानी पड रही है तो प्रभारी सचिव ने प्रमुख चिकित्सा अधिकारी से स्पष्ठीकरण मांग तो पहले तो चिकित्सक बाहर से दवाईयां मंगाने की मना करने लगे फिर जब दोबारा मरीज के परिजनो ने प्रभारी सचिव से कहा कि दवाईयां बाहर से खरीदकर ही ला रहे है तो प्रमुख चिकित्सा अधिकारी से दवाईयो की अनुपल्ब्धता की बात कही और कहा कि सप्ताह मे एक बार ही दवाईयो की सप्लाई मंगाई जाती है। इस पर प्रभारी सचिव ने मरीजो से दवाईयां बाहर से मंगाने पर नाराजगी जताई और दवाईयो का पर्याप्त स्टाॅक रखने के निर्देश दिये। 

अस्पताल मे लूट रहे मरीज

जिला मुख्यालय के अ श्रेणी चिकित्सालय मे मरीजो को बाहर से जांचे करवाने के लिये तो मजबूर किया ही जा रहा था अब भीष्ण गर्मी का शिकार हुये मरीजो के परिजनो को निशुल्क दवाईया तक नसीब नही हो रही है और मरीजो से दवाईयां व इंजेक्शन बाहर से मंगवाई जा रही है जिससे मरीज के परिजन मानसिक रूप से परेशान तो है ही अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही से आर्थिक दंश भी झेल रहे है और उच्चाधिकारियो के संज्ञान लेेने पर नये नये बहाने लगाकर अस्पताल की व्यवस्थाओ को बिगाडने पर तुले हुये है।