प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कांग्रेस पर अडानी व अंबानी से टेम्पो भर भरकर नोट लेने का सवाल उठाने के बाद राजस्थान में पूर्ववर्ती कांग्रेस की राज्य सरकार व कांग्रेस के नगर परिषद बोर्ड की अडानी कम्पनी से बडी मिलीभगत उजागर हुई है।

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की जांच में कांग्रेस सरकार के दौरान बूंदी नगर परिषद क्षेत्र में एक लाख दस हजार वर्ग फिट बेशकीमती जमीन औने पौने दामो पर बिना किसी सार्वजनिक नीलामी के अडानी विल्मर कम्पनी को भ्रष्टाचार व अनियमिततापूर्वक बेचने का मामला सामने आया था। इस मामले में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने जांच शुरू कर दी है। भ्रष्टाचार की जाँच में उपनिदेशक नगर निकाय कोटा द्वारा नगर परिषद सभापति व महिला कांग्रेस की प्रदेश उपाध्यक्ष मधु नुवाल व तत्कालीन नगर परिषद आयुक्त महावीर सिंह सिसोदिया सहित अन्य अधिकारी कर्मचारियों को नोटिस जारी कर तलब किया गया है। 

बिना नीलामी 550 रुपये वर्गफीट में बेची गयी 

जमीन प्रदेश में कांग्रेस सरकार के दौरान नगर परिषद क्षेत्र की एक लाख दस हजार वर्गफीट बेशकीमती पट्टाशुदा भूमि बिना किसी सार्वजनिक नीलामी प्रकिया के अडानी विल्मर कम्पनी को दे दी गयी।

कांग्रेस सरकार के दौरान दबा रहा पूरा मामला

अडानी कम्पनी को भ्रष्टाचार व अनियमितता पूर्वक जमीन आवंटन के मामले में नवम्बर 2022 में कांग्रेस सरकार के दौरान ही कांग्रेस नेता चर्मेश शर्मा ने भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के उच्च स्तर पर शिकायत की थी। लेकिन कांग्रेस सरकार के दौरान यह पूरा मामला दबा रहा। एक तरफ राहुल गाँधी सहित कांग्रेस के नेता अडानी कम्पनी को कोस रहे थे वहीं आश्चर्यजनक रूप से राजस्थान में कांग्रेस सरकार के दौरान अडानी कम्पनी को अनियमितता पूर्वक जमीन आवंटन की शिकायत पर कांग्रेस सरकार ने जाँच को ही आगे नही बढाया।