गुल्ला बावड़ी के बाद व्यास बावड़ी में शुरू हुआ श्रमदान
बावड़ी की साफ सफाई का कार्य आठवें दिन भी जारी
पर्यावरण संरक्षण गतिविधि के अंतर्गत मंगलवार को आंठवे दिन शहर के तिलक चौक स्थित व्यास बावड़ी की साफ सफाई का कार्य नियमित श्रमवीरों के सहयोग और संकल्प के अनुरूप जारी रहा। बावडी में पहले से ही साफ पानी होने से सीढियो और कुण्ड के चारो ओर फैले कचरे की साफ सफाई की गई। गौरतलब हैं कि पिछले सप्ताहभर से नाहर का चौहट्टा स्थित गुल्ला बावड़ी में श्रमदान किया जा रहा था। जहां मलबा हटने के बाद पानी की आवक बढ़ने से मलबा निकालने का कार्य रूक जाने के बाद मंगलवार को ब्यास बावड़ी में कार्य शुरू किया गया। नियमित श्रमवीरों में सलिल भाटी, डॉ. संपूर्णानंद सिंह, पार्षद मनीष सिसौदिया, उमेश जोशी, तुलसीराम शर्मा, अशोक रावत, बुद्धि सालवी, लोकेश दाधीच, नाथूलाल सोनी, बलराम, अरुण दाधीच, विश्वनाथ भारद्वाज, दिनेश शर्मा आदि कार्यकर्ताओं का योगदान रहा।
व्यास बावड़ी से हो रही हें जलापूर्ति
बावडी का निर्माण संवत 1749 महाराव अनिरुद्ध सिंह के शासनकाल में दधीचि ब्राह्मण व्यास कमल नयन ने करवाया था, ताकि मोहल्ले के व्यक्तियो को पानी मिल सके। वर्ततान में अन्य बावड़ियों की भांति व्यास बावडी अनुपयोगी नहीं हैं, अपितु इस व्यास बावड़ी का पानी वर्तमान में भी काम लिया जा रहा हैं। वर्तमान में भी व्यास बावड़ी से पुरोहित गली में पानी की आपूर्ति की जा रही है, जिसका सीधा सीधा फायदा आमजन को मिल रहा हैं।
व्यास बावड़ी से हो रही हें जलापूर्ति
बावडी का निर्माण संवत 1749 महाराव अनिरुद्ध सिंह के शासनकाल में दधीचि ब्राह्मण व्यास कमल नयन ने करवाया था, ताकि मोहल्ले के व्यक्तियो को पानी मिल सके। वर्ततान में अन्य बावड़ियों की भांति व्यास बावडी अनुपयोगी नहीं हैं, अपितु इस व्यास बावड़ी का पानी वर्तमान में भी काम लिया जा रहा हैं। वर्तमान में भी व्यास बावड़ी से पुरोहित गली में पानी की आपूर्ति की जा रही है, जिसका सीधा सीधा फायदा आमजन को मिल रहा हैं।