राजस्थान में लोकसभा चुनाव के लिए मतदान संपन्न हो चुके हैं. अगर पूरे देश की बात की जाए तो 6 चरणों के मतदान संपन्न हो चुके हैं और अंतिम चरण का मतदान बाकी है. सातवें चरण में एक जून को 57 सीटों पर वोट डाले जाएंगे इसके बाद 4 जून को चुनाव के नतीजे जारी होंगे. लेकिन नतीजों से पहले एक जून को ही इस बात का अंदाजा लग जाएगा कि देश में किसकी सरकार बनने जा रही है. इसके साथ ही यह भी पता लग जाएगा कि राजस्थान की 25 लोकसभा सीटों में से किस पार्टी को कितनी सीटों पर जीत मिल रही है. दरअसल, एक जून को 6 बजे मतदान खत्म होने के बाद कई एजेंसियां एग्जिट पोल जारी करेगी जिससे अनुमान लग जाएगा कि एनडीए या इंडिया गठबंधन में से किसकी सरकार बनने जा रही है? एग्जिट पोल एक तरह का चुनावी सर्वे है जो मतदान के दिन किया जाता है. इसे मतदान के बाद ही जारी किया जाता है. अगर चुनाव कई चरणों में हो रहा हो तो सभी चरण के मतदान खत्म होने के बाद ही एग्जिट पोल के नतीजे जारी होते हैं. क्योंकि हार-जीत का गणित सामने आने पर दूसरी सीटों की पोलिंग पर इसका असर पड़ने की संभावना रहती है. इसलिए चुनाव आयोग की गाइडलाइन के मुताबिक, एग्जिट पोल तब तक जारी नहीं होता जब तक सभी चरणों के मतदान संपन्न न हो जाए. एग्जिट पोल मतदान के दौरान मतदाओं के बीच किया गया एक सर्वे होता है. इसमें मतदान करने के बाद बाहर निकले लोगों से यह जानने की कोशिश की जाती है कि उन्होंने किस पार्टी को वोट दिया है? इससे जानने की कोशिश की जाती है कि किसके पक्ष में वोट पड़ रहा है और किस पार्टी का पलड़ा भारी है? मीडिया संस्थान या एग्जिट और ओपिनियन पोल जारी करने वाली एजेंसियों के लोग पोलिंग बूथों पर लोगों से ये सवाल कर एक डेटा इकट्‌ठा करते हैं. इसके आधार पर ही एग्जिट पोल के नतीजे दिखाए जाते हैं.