भीषण गर्मी में बिजली संकट से जूझ रहे प्रदेश में अब औद्योगिक इकाइयों में बिजली कटौती हो सकती है। ऊर्जा विभाग और बिजली कंपनियों ने इस पर होमवर्क किया है। घरेलू उपभोक्ताओं की बिजली कटौती नहीं हो, इसके लिए औद्योगिक इकाइयों में घोषित कटौती करने की प्लानिंग की जा रही है। ऊर्जा विभाग और डिस्कॉम्स के आला अधिकारियों के बीच इस संबंध में चर्चा हो गई है। फिलहाल बिजली डिमांड और सप्लाई के गेप पर नजर रखी जा रही है। इसमें अंतर 2500 मेगावाट से ज्यादा बढ़ते ही कटौती शुरू कर दी जाएगी। कटौती होती है तो समय रात 8 से 1 बजे की बीच होगा। सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने ऊर्जा मंत्री और अफसरों को साफ कर दिया कि घरेलू उपभोक्ताओं की घोषित बिजली कटौती की नौबत नहीं आए। इससे बचने के वैकल्पिक इंतजाम करें। पश्चिमी राजस्थान में अभी बुवाई चल रही है, इसलिए यहां बिजली खपत अपेक्षाकृत ज्यादा हो रही है। अभी यहां दिन और शाम के ब्लॉक में सप्लाई दी जा रही है, लेकिन अब रात दो बजे सप्लाई देने पर मंथन हुआ है। ताकि, जब बिजली डिमांड पीक पर हो, तब बिजली की किल्लत रोकी जा सके। अभी रात में बिजली डिमांड तेजी से बढ़ने के कारण पावर मैनेजमेंट बुरी तरह गड़बड़ाया हुआ है।