नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने आज गुरुवार को उत्तर-पूर्वी दिल्ली में एक जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान कांग्रेस नेता ने कहा, "इस चुनाव में लड़ाई संविधान की है। यह जो संविधान है ये सिर्फ एक किताब नहीं है। इसमें हिंदुस्तान की हजारों साल पुरानी विचारधारा व सोच है। अंबेडकर, गांधी, नेहरू और लोगों ने इस संविधान को बनाया। इसमें सोच पुरानी है। सोच बुद्ध भगवान की है। नारायण गुरु जी की है। गांधी जी की है फूले जी की है। गांधी जी अंबेडकर जी की सोच से यह संविधान बना है।"
पहली बार भाजपा के लोग कभी खुलकर नहीं कह सकते थे। भाजपा वालों ने संविधान स्वीकार किया था और न ही तिरंगा। पहले यह कहते नहीं थे और सोचते रहते थे कि किसी न किसी दिन अंबेडकर जी की सोच को फाड़कर फेंक देंगे, लेकिन भाजपा के नेताओं ने खुलकर कहा कि अगर, हमारी सरकार आ गई तो इस संविधान को रद्द कर देंगे। बदल देंगे। फाड़कर फेंक देंगे। और मैं भाजपा व आरएसएस के लोगों से कहना चाहता हूं कि आपके बस की नहीं है।
गरीब लोगों की मेहनत से बना है हिंदुस्तान
आप यह काम कर नहीं सकते हो क्योंकि आपके सामने हिंदुस्तान के करोड़ों लोग और कांग्रेस पार्टी खड़ी है। और आपने करने की कोशिश की तो देखों क्या होता है। संविधान से आरक्षण निकलता है। संविधान से चुनाव होता है। पब्लिक सेक्टर निकलता है। जो भी आपको मिला है इस संविधान ने आपको दिया है। और यह हिंदुस्तान के गरीब लोगों की मेहनत से बना है। इसलिए इसको हम कभी नहीं मिटने देंगे।
ये आरक्षण को मिटाने की बात करते हैं- राहुल गांधी
कांग्रेस नेता ने कहा, "ये आरक्षण को मिटाने की बात करते हैं। मोहन भागवत जी का वीडियो आया था कि उसमें वह कहते है कि आरक्षण से देश को नुकसान होता है। हमने अपने घोषणा पत्र में साफ कह दिया है कि यह जो 50 प्रतिशत की लिमिट है उसे भी हटा देंगे। इससे ज्यादा आरक्षण देंगे। मोदी अपने इंटरव्यू में अलग-अलग बयान देते हैं। मोदी से इंटरव्यू में पूछा गया कि हिंदुस्तान में गरीब और गरीब हो रहे है और अमीर और अमीर हो रहे है। मोदी ने 30 सेकंड सोचा और फिर कहते हैं कि क्या मैं सबको गरीब कर दूं।"
राहुल ने कन्हैया कुमार को दी ये नसीहत
कन्हैया मुझसे मिलने आता है बातचीत होती है। कभी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तो कभी गरीबी पर बात हो जाती है। कन्हैया में हर लेवल की समझ है। यमुनापार की समझ है किसानों की समझ है। कन्हैया एक दिन मुझसे मिलने आए और मुझे विश्वास में लेकर बंद कमरे में कहा कि राहुल जी मैं बायोलॉजिकल नहीं हूं। मुझे परमात्मा ने भेजा है। तो मैं कन्हैया से हाथ जोड़कर कहूंगा कि कन्हैया ये बात तू बाहर मत कह दियो।मगर, देश के पीएम इंटरव्यू में खुलकर कहते है कि मैं बायोलॉजिकल नहीं हूं। जैसे आप सब हिंदुस्तान की जनता सारे-सारे जीव जो बायोलॉजिकल है उनको मोदी कहते हैं कि आप सब बायोलॉजिकल नहीं हों। मुझे परमात्मा ने ऊपर से मिशन के लिए भेजा है। सड़क पर कोई कह दे तो लोग उसे कहेंगे कि भैया अपना काम करो, लेकिन उनके चमपे उस पर वाह-वाह करते हैं।