प्रदेश में इस वक्त भीषण गर्मी का दौर चल रहा है। इस बीच मौसम विभाग ने आगामी 72 घंटों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री तक और बढ़ोतरी की प्रबल संभावना जताई है। विभाग ने आगामी 5 दिन राज्य के अनेक स्थानों पर हीटवेव से तीव्र हीटवेव व कहीं-कहीं ऊष्णरात्रि (warm night) का दौर जारी रहने की प्रबल संभावना जताई है। वहीं मौसम विभाग ने अलवर, भरतपुर, धौलपुर, झुंझुनूं, बाड़मेर, बीकानेर, चूरू, हनुमानगढ़, जैसलमेर, जोधपुर, नागौर, पाली और श्रीगंगानगर के लिए गर्मी का रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं प्रदेश के जैसलमेर में भी गर्मी चरम पर है। वहीं जैसलमेर शहर में सूरज की किरणों के रूप में आफत बरसने का सिलसिला जारी रहा। शहर का अधिकतम तापमान एक बार फिर 45 डिग्री को पार कर गया और यह 45.7 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। सोमवार को 4 दिनों के अंतराल के बाद अधिकतम तापमान 44 डिग्री पर आया था। बुधवार की सुबह से शुरू हुआ तन झुलसाने वाली गर्मी का सिलसिला अनवरत रूप से जारी रहा। दोपहर में लू के थपेड़ों ने सड़कों पर निकले लोगों की हालत खस्ता कर दी। हर कोई अपने सिर-चेहरे आदि का बचाव करता नजर आया। सूरज का ताप इतना ज्यादा है कि कोलतार की सड़कें बेतहाशा ढंग से गर्मी फेंक रही है। शहर के व्यस्त सड़क मार्गों से लेकर बाजार आदि दोपहर से लेकर शाम तक वीरान ही दिखाई दे रहे हैं। गर्मी से राहत पाने के लिए लोग होटलों-रिसोर्ट्स आदि में बने स्विमिंग पूल में नहाने के लिए पहुंचने लगे हैं। भारत में गर्मी के दिनों में मानसून से पहले बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में उष्णकङ्क्षटबधीय चक्रवात बनते हैं तो तूफानी हवाओं के साथ बारिश लाते हैं और मौसम बदलते हैं। इस साल एक भी चक्रवात नहीं आया। पिछले साल जून में बिपरजोय आया था जो 21 दिन तक चला था। वर्तमान में मानसून मालदीव, श्रीलंका के बॉर्डर और भारत में निकोबर द्वीप तक पहुंच चुका है। दूसरी तरफ बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र भी बन रहा है लेकिन इसके कमजोर होने की वजह से चक्रवाती तूफान में बदलने के आसान कम ही है।