जेठ धर्मेंद्र के खिलाफ निरहुआ के समर्थन में रोड शो करेंगी अर्पणा यादव। मालूम होकि जनपद आजमगढ़ के लोकसभा आजमगढ़ में,मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू और भारतीय जनता पार्टीं नेता अपर्णा यादव ने अपने जेठ अखिलेश यादव के खिलाफ कन्नौज और जेठानी डिंपल यादव के खिलाफ मैनपुरी में, भले ही चुनाव प्रचार न किया हो, लेकिन अब वो आजमगढ़ में,अपने दूसरे जेठ धर्मेंद्र यादव के खिलाफ चुनाव प्रचार करेंगी।अपर्णा यादव प्रत्याशी दिनेश लाल यादव निरहुआ के समर्थन में, 23 मई को आजमगढ़ में, रोड शो करेंगी।इस बार समाजवादी पार्टी की ओर से मुलायम परिवार के पांच सदस्य चुनाव लड़ रहे हैं। सपा मुखिया अखिलेश यादव खुद अपनी पुरानी सीट कन्नौज, मैनपुरी से डिंपल यादव, फिरोजाबाद से अक्षय यादव, बदायूं से शिवपाल यादव के बेटे आदित्य और आजमगढ़ से धर्मेंद्र यादव चुनाव लड़ रहे हैं। अपर्णा यादव ने कन्नौज, मैनपुरी, फिरोजाबाद और बदायूं में, अपने परिवार के लोगों के खिलाफ प्रचार नहीं किया था। लेकिन अब वो आजमगढ़ में, धर्मेंद्र यादव के खिलाफ प्रचार करती हुए दिखाई देंगी।बता दें कि जनपद आजमगढ़ सीट पर 2019 के चुनावों में, अखिलेश यादव ने जीत हासिल की थी। अखिलेश ने बीजेपी प्रत्याशी दिनेश लाल यादव निरहुआ को हराया था। लेकिन विधानसभा चुनाव में, मैनपुरी की करहल सीट से जीत हासिल करने के बाद उन्होंने आजमगढ़ सीट को छोड़ दिया था। उसके बाद हुए, उपचुनाव में। समाजवादी पार्टी की ओर से धर्मेंद्र यादव को टिकट दिया। लेकिन वो दिनेश लाल यादव से चुनाव हार गए। अब एक बार फिर इन ये दोनों प्रत्याशी आमने-सामने हैं।इससे पहले चर्चा थी कि, बीजेपी अपर्णा को डिंपल यादव के खिलाफ मैनपुरी से चुनाव लड़वा सकती है। हालांकि इन अटकलों पर खुद अपर्णा यादव ने सामने आकर विराम लगा दिया था। उन्होंने कह दिया था कि वो अपने परिवार का सम्मान करती हैं। हालांकि उन्होंने अमेठी और रायबरेली में, गांधी परिवार के सामने चुनाव लड़ने को लेकर तस्वीर साफ नहीं की थी। जिसके बाद कहा जाने लगा कि हो सकता है कि अपर्णा यादव रायबरेली या अमेठी सीट से चुनाव में, उतरें।लेकिन बीजेपी ने रायबरेली से गांधी परिवार के करीबी रहे दिनेश प्रताप सिंह को जबकि अमेठी से केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को उतारा।