राजस्थान के झुंझुनू जिले में शराब माफियाओं का खौफनाक चेहरा सामने आया है. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. वीडियो में शराब माफिया एक दलित युवक को उल्टा लटकाकर और लेटाकर पीटते दिखाई दे रहे हैं. बाद में युवक की मौत हो गई. मामला सूरजगढ़ पुलिस थाना क्षेत्र बलौदा गांव का है. यहां शराब माफियाओं ने उन्हीं की दुकान से महंगी शराब नहीं खरीदने पर गांव के दलित युवक रामेश्वर का अपहरण कर उसे बेरहमी से पीटा. इससे उसकी मौत हो गई. यह जानकर आपको भी हैरानी होगी कि शराब माफिया ने रामेश्वर की जान महज 20 रुपये की कमाई के लिए ले ली. शराब माफिया से जुड़े बदमाशों ने रामेश्वर का 14 मई को अपहरण किया और फिर गांव की एक खाली हवेली में ले गए. वहां रामेश्वर को रस्सी से बांध कर उल्टा लटका कर लाठी डंडों से पीटा. जब रामेश्वर बेहोश हो गया तो शराब माफियाओं ने उसे घर के सामने फेंक दिया.शराब माफियाओं के इत आतंक और खौफनाक वारदात में 60 साल की मां के बुढ़ापे का सहारा छीन गया. झुंझुनू पुलिस का दावा है कि इस मामले में तुरंत कार्रवाई करते हुए एक हिस्ट्रीशीटर सहित 6 बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया गया. हिस्ट्रीशीटर दीपेंद्र उर्फ चिंटू राजपूत, प्रवीण उर्फ पी के मेघवाल, सुभाष उर्फ़ चिंटू मेघवाल, प्रवीण उर्फ बाबा मेघवाल और सतीश उर्फ सूखा मेघवाल को गिरफ्तार किया गया है. एक नाबालिक को भी हिरासत में लिया गया है.राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने झुंझुन की घटना को लेकर भजनलाल शर्मा सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा, ''सूरजगढ़, झुंझुनू में शराब माफिया द्वारा एक दलित युवक की पीट-पीटकर हत्या एवं उसका वीडियो बनाकर वायरल करना राजस्थान में सरकार और पुलिस के कमजोर होते इकबाल का प्रतीक है.'' उन्होंने कहा कि आए दिन प्रदेशभर से ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं. प्रदेश में भाजपा सरकार आने के बाद दलितों के खिलाफ अपराध तेजी से बढ़े हैं. मीडिया में इमेज मेकिंग में व्यस्त राजस्थान सरकार इन घटनाओं को गंभीरता से ले एवं आगे इनकी पुनरावृत्ति ना हो इसके लिए कार्य करे.