नई दिल्ली। गुलाम जम्मू-कश्मीर (पीओजेके) में अशांति पर टिप्पणी करते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को कहा कि उन्हें इस बात में कोई संदेह नहीं है कि वहां रहने वाले लोग अपनी स्थिति की तुलना जम्मू-कश्मीर के लोगों से करेंगे। जयशंकर ने कहा, गुलाम जम्मू-कश्मीर में हलचल हो रही है।आप इसे इंटरनेट मीडिया या टेलीविजन पर देख सकते हैं। इसका विश्लेषण बहुत जटिल है, लेकिन निश्चित रूप से मेरे मन में कोई संदेह नहीं है कि पीओजेके में रहने वाले लोग अपनी स्थिति की तुलना जम्मू-कश्मीर के लोगों से कर रहे हैं।विदेश मंत्री ने कहा कि हमारी तरफ के लोग वास्तव में प्रगति कर रहे हैं। दूसरे पक्ष के लोगों को कब्जे में होने, भेदभाव होने और बुरा व्यवहार होने का अहसास है। स्पष्ट रूप से ऐसी कोई भी तुलना उनके दिमाग में घर कर जाएगी। पीओजेके के भारत में विलय पर जयशंकर ने दोहराया कि जम्मू-कश्मीर का वह हिस्सा हमेशा हमारा था और रहेगा।

अधिसूचना पर चिंता जताई

न्यूज एजेंसी एएनआइ के अनुसार, गुलाम जम्मू-कश्मीर के प्रमुख कार्यकर्ता अमजद अयूब मिर्जा ने पीओजेके सरकार द्वारा जारी एक हालिया अधिसूचना पर गंभीर ¨चता जताई है। 13 मई को जारी अधिसूचना का उद्देश्य बिजली दरों और टैक्स को कम करना था, लेकिन मिर्जा ने इसे अस्पष्ट और धोखाधड़ी वाला माना है। मिर्जा के अनुसार, जम्मू कश्मीर संयुक्त अवामी एक्शन कमेटी का नेतृत्व अधिसूचना को स्वीकार करने और आंदोलन को बंद करने से पहले कानूनी सलाह लेने में विफल रहा।