टेंशन या थकान ही नहीं बल्कि खाली बैठे-बैठे कुछ न सूझने पर भी कई लोगों को नाखून चबाने की बुरी आदत होती है। अगर आप भी इन्हीं में से एक हैं तो ये आर्टिकल आप ही के लिए है। यहां हम आपको बताएंगे कि कैसे ये बुरी आदत आपके दांतों-मसूड़ों से लेकर पाचन तंत्र तक की बैंड बजा सकती है। आइए जानें।

कई आदतें ऐसी होती हैं, जिन्हें छुड़ाने के लिए लाख जतन क्यूं न कर लिए जाएं, लेकिन वे जाने का नाम नहीं लेती हैं। ऐसी ही एक आदत है नाखून चबाने की, जो कई लोगों को बचपन से ही लग जाती है। ऐसे में आप भी अगर इसे हल्के में लेते हैं तो आइए आज इस आर्टिकल में आपको बताते हैं कि कैसे इस बैड हैबिट से आपको लेने के देने पड़ सकते हैं।

क्यों बुरा है नाखून चबाना?

  • नाखूनों को कुतरते रहने से शरीर कई बीमारियों का घर बन सकता है। बता दें, स्किन इंफेक्शन होने की संभावना रहती है, जिससे आपका शरीर कई खतरनाक बैक्टीरिया के संपर्क में आ जाता है।
  • इससे न सिर्फ नाखूनों की बनावट हमेशा के लिए बिगड़ जाती है, बल्कि इस लत के चलते हाइजीन से जुड़ी दिक्कतें आपको तो नुकसान पहुंचाती ही हैं, साथ ही आपके संपर्क में आने वाले लोगों के लिए भी बड़ी परेशानी साबित होती हैं।
  • इससे न सिर्फ आपके दांत डैमेज होते हैं, बल्कि मसूड़ों पर भी इसका बुरा असर देखने को मिलता है। इससे आप मसूड़ों को इन्फेक्टेड तो करती ही हैं, साथ ही इन्हें कमजोर भी बना देते हैं।
  • ऐसा करने से नाखूनों के आसपास की त्वचा रूखी रहकर हटने लगती है, जो न तो देखने में हाइजीनिक लगती है और न ही सेहत के लिहाज से सही है।
  • नाखून चबाने से पाचन तंत्र पर भी सीधा असर देखने को मिलता है, जिसमें शरीर में कई बैक्टीरिया प्रवेश कर जाते हैं और पेट में कीड़े होने की समस्या भी हो जाती है।

    कैसे पाएं इस आदत से छुटकारा?

    • स्ट्रेस और एंजाइटी कितनी ही क्यूं न हो, लेकिन आपको इसे मैनेज करना सीखना ही होगा। तनाव दूर करने के कई और भी तरीके मौजूद हैं, जो सेहत पर बुरा असर नहीं डालते हैं।
    • इस बुरी आदत से छुटकारा पाने के लिए आप नाखूनों पर कुछ कड़वा या बेस्वाद लगाकर रख सकते हैं या फिर हाथों को खाली वक्त में जेब में रखना शुरू कर दीजिए।
    • मुंह को बिजी रखकर भी आप इस आदत से छुटकारा पा सकते हैं। इसके लिए च्विंगम या माउथ फ्रेशनर आदि ले सकते हैं।

 

Disclaimer: लेख में उल्लेखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।