Sandeshkhali case पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में महिलाओं के साथ हुए यौन उत्पीड़न मामले में सीबीआई अब एक्शन मोड में आ गई है। कलकत्ता हाई कोर्ट के आदेश के बाद सीबीआई ने जमीन कब्जा और महिला उत्पीड़न से जुड़े अपराधों से संबंधित मामलों की चल रही जांच के संबंध में पांच लोगों और अज्ञात अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।

हाई कोर्ट के आदेश के बाद जांच तेज

कलकत्ता उच्च न्यायालय ने हस्तक्षेप करते हुए सीबीआई को संदेशखाली क्षेत्र में कई कथित अपराधों की जांच अपने हाथ में लेने का निर्देश दिया था। कथित तौर पर इन अपराधों में अवैध भूमि अधिग्रहण और महिलाओं के खिलाफ हिंसा और यौन उत्पीड़न के मामले शामिल हैं।

बड़े पैमाने पर महिलाओं के शोषण का आरोप

बड़े पैमाने पर आपराधिक गतिविधियों और पिछड़े वर्ग के शोषण के आरोपों के बाद सीबीआई का यह कदम आया है। एफआईआर सीबीआई द्वारा गहन जांच की शुरुआत को दर्शाती है, जिसका उद्देश्य पीड़ितों को न्याय दिलाना और रिपोर्ट किए गए अपराधों के लिए जिम्मेदार लोगों के लिए जवाबदेही सुनिश्चित करना है।

ये लगे हैं आरोप

इससे पहले, कलकत्ता उच्च न्यायालय ने संदेशखाली में यौन उत्पीड़न और जमीन हड़पने के कथित मामलों की अदालत की निगरानी में सीबीआई से जांच कराने का निर्देश दिया था। मामले में उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली की महिलाएं सत्तारूढ़ टीएमसी और उसके नेता शाहजहां शेख के खिलाफ सड़कों पर उतर आईं थी और शाहजहां और उनके सहयोगियों पर अत्याचार करने और उनकी जमीन भी हड़पने का आरोप लगाया।