नई दिल्ली। भाजपा ने मंगलवार को कांग्रेस के 'घर-घर गारंटी' अभियान को रिश्वतखोरी के समान भ्रष्ट आचरण बताया और निर्वाचन आयोग से इसे रोकने का अनुरोध किया। भाजपा ने कहा कि यह अभियान तीन अप्रैल को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने शुरू किया था और पार्टी कार्यकर्ता लोगों के बीच गारंटी कार्ड बांट रहे हैं तथा उन्हें पार्टी के वादे के अनुसार लाभ प्राप्त करने के लिए आवेदन पत्र दे रहे हैं।निर्वाचन आयोग से की गई शिकायत में भाजपा ने कहा है कि कार्ड पर कांग्रेस के प्रमुख नेताओं राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे के हस्ताक्षर हैं। सत्तारूढ़ पार्टी ने दावा किया कि इस तरह की पहल मतदाताओं का विश्वास डगमगाती है। ऐसी पहल खुले तौर पर स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के सिद्धांत का उल्लंघन है। भाजपा ने आदर्श आचार संहिता और भारतीय दंड संहिता का हवाला देते हुए कहा कि विपक्षी दल का ऐसा अभियान भ्रष्ट आचरण और रिश्वतखोरी के तहत आता है।
पार्टी ने चुनाव आयोग से मांग की कि कांग्रेस को गारंटी कार्ड या ऐसी किसी भी सामग्री के प्रकाशन, प्रसार और वितरण से तुरंत रोका जाए जिसका उद्देश्य चुनावी रिश्वतखोरी को बढ़ावा देना और मतदाताओं को लुभाना है। इसमें कार्ड बांटने वाले कांग्रेस सदस्यों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने की भी मांग की गई।
पार्टी ने कहा कि कांग्रेस ने पिछले साल राजस्थान विधानसभा चुनाव के दौरान भी मतदाताओं को रिश्वत देने और गुमराह करने के लिए इसी तरह का अभियान चलाया था। निर्वाचन आयोग ने उस समय भी मामले को गंभीरता से लिया था।