लखनऊ। बसपा ने लोकसभा चुनाव के लिए शुक्रवार को चौथी सूची जारी कर दी है। पार्टी की चौथी सूची में सोशल इंजीनियरिंग की झलक स्पष्ट नजर आती है। नौ नामों की सूची में तीन ब्राह्मण, तीन ओबीसी, दो मुस्लिम और एक अनुसूचित जाति वर्ग के प्रत्याशी को मौका दिया गया है।
भाजपा छोड़कर बसपा में शामिल हुए दयाशंकर मिश्र को बस्ती, श्याम किशोर अवस्थी को धौरहरा और सच्चिदानंद पांडेय को फैजाबाद (अयोध्या) से पार्टी ने उम्मीदवार बनाया है। पार्टी ने तीसरी सूची तक 36 उम्मीदवारों का ऐलान किया था अब नौ और मिलाकर 45 सीटों पर नाम फाइनल हो चुके हैं।
भीम राजभर को आजमगढ़ से चुनाव मैदान में उतारा
बसपा ने आजमगढ़ से पूर्व प्रदेश अध्यक्ष भीम राजभर को चुनाव मैदान में उतारा है। आजमगढ़ सीट पर राजभर वोटों का अच्छा प्रभाव है। इस सीट से भाजपा की ओर से वर्तमान सांसद दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ और सपा की तरफ से धर्मेंद्र यादव चुनाव लड़ रहे हैं।
हाल ही में कांग्रेस छोड़कर बसपा में शामिल होने वाले बालकृष्ण चौहान को घोसी से मैदान में उतारा गया है। चौहान इस सीट पर चार बार चुनाव लड़ चुके हैं। उन्होंने 1999 में बसपा के टिकट पर घोसी से जीत हासिल की थी। बस्ती से टिकट पाने वाले दयाशंकर मिश्र पिछले तीन दशक से भाजपा की राजनीति से जुड़े हुए थे। दयाशंकर मिश्र से चुनाव में उतरने से बस्ती की जंग रोमांचक हो गई है। भाजपा ने यहां से दो बार से सांसद हरीश द्विवेदी को चुनाव मैदान में उतारा है।
गोरखपुर से जावेद सिमनानी को दिया टिकट
गोरखपुर से पार्टी ने जावेद सिमनानी को टिकट दिया है। भाजपा ने यहां से रवि किशन और सपा ने काजल निषाद को उतारा है। करीब एक माह पूर्व भाजपा छोड़कर बसपा में शामिल होने वाले सच्चिदानंद पांडेय को पार्टी ने फैजाबाद से प्रत्याशी बनाया है।