अभिनेत्री कंगना रनौत के चुनावी दंगल में उतरते ही विरोधियों ने गोमांस, आजादी और देश के पहले प्रधानमंत्री वाले बयान को लेकर उन्हें घेरना शुरू कर दिया है। चारों ओर से घिरने के बाद कंगना रनौत ने गोमांस पर अब इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट शेयर कर सफाई दी है कि उन्होंने कभी गोमांस और लाल मांस नहीं खाया है। कुछ लोग उनकी छवि खराब करने के लिए गोमांस खाने से संबंधित आधारहीन पोस्ट इंटरनेट मीडिया पर शेयर कर रहे हैं।

योग और आयुर्वेदा आधारित जी रही जिंदगी- कंगना रनौत

एक्ट्रेस कंगना रनौत ने कहा कि वह हिंदू हैं। वह योग और आयुर्वेदा आधारित जिंदगी जी रही हैं और इसे बढ़ावा भी दे रही हैं। वहीं, प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह भी मंडी संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने की अटकलों के बीच सक्रिय हो गए हैं। गोमांस, आजादी और देश के पहले प्रधानमंत्री को लेकर उन्होंने भाजपा प्रत्याशी कंगना रनौत को घेरना शुरू कर दिया है।

विक्रमादित्य ने कंगना को लेकर किया कटाक्ष

विक्रमादित्य सिंह ने सोमवार को अपने फेसबुक पेज पर एक पोस्ट शेयर की। जिसमें उन्होंने प्रदेश की जनता को यह विश्वास दिलाने का प्रयास किया कि यह चुनाव हिमाचलियत और हिमाचल के मुद्दों पर लड़ा जाएगा। कंगना के नाम लिए बिना लिखा कि कुछ लोगों के अनुसार, भारत के प्रथम प्रधानमंत्री सुभाष चंद्र बोस थे या नरेन्द्र मोदी क्योंकि वह कहते हैं कि भारत को आजादी 2014 में मिली थी। विक्रमादित्य सिंह ने इस मुद्दे पर एक खबर की क्लिपिंग भी शेयर की है।

गोमांस की पोस्ट को लेकर भी विक्रमादित्य ने घेरा

दो दिन पहले विक्रमादित्य सिंह ने गोमांस पर एक पोस्ट शेयर कर कंगना को घेरा था। विक्रमादित्य सिंह ने लिखा था कि हिमाचल देवी-देवताओं का पवित्र स्थल है। देव भूमि में गोमांस का सेवन करने वाले चुनाव लड़े यह हमारी संस्कृति के लिए चिंता का विषय है। गोमांस के मुद्दे पर कई लोगों ने कंगना रनौत को इंटरनेट मीडिया पर ट्रोल करना शुरू कर दिया है। इससे कंगना की मुश्किल बढ़ गई है। भाजपा नेतृत्व ने भी आजादी और गोमांस वाले मुद्दे पर चुप्पी साध ली है।