बदलते मौसम में सर्दी-जुकाम खांसी जैसी समस्याओं के साथ बुखार आना नॉर्मल है। जिसमें शरीर का तापमान बढ़ जाता है ठंड लगती है सिर और बर्दन में दर्द जैसी समस्याएं देखने को मिल सकती हैं। वैसे तो कुछ दवाईयां खाकर बुखार को आसानी से उतारा जा सकता है लेकिन अगर आप दवाइयां नहीं खाना चाहते तो इन आयुर्वेदिक उपायों को कर सकते हैं ट्राई।
ठंडे पानी की पट्टियां
पुराने जमाने में बुखार उतारने के लिए ठंडे पानी की पट्टियों का ही इस्तेमाल किया जाता था। जिसे आज भी डॉक्टर सजेस्ट करते हैं। ठंडे पानी में कपड़ा डुबाकर माथे पर रखने से बुखार जल्दी उतर जाता है। माथे के अलावा ठंडे पानी की पट्टियों को आप तलवों, गले, हथेलियों पर भी रख सकते हैं।
अदरक- पुदीने का काढ़ा
बुखार उतारने के लिए अदरक-पुदीने से बना काढ़ा काफी असरदार साबित हो सकता है। पानी में अदरक और पुदीने की कुछ पत्तियां डालकर इसे अच्छे से खौला लें। दिन में दो बार इसे पिएं। बुखार के साथ इससे पाचन से जुड़ी प्रॉब्लम भी दूर होती हैं।
लहसुन वाला पानी
लहसुन में एंटी-बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं। जिसे आप बुखार उतारने में इस्तेमाल कर सकते हैं। तेज बुखार में लहुसन की दो से तीन कलियों कुचलकर पानी के साथ उबाल लें या फिर गुनगुने पानी में मिक्स कर लें। सूप की तरह पिएं, काफी फायदा मिलेगा।
तुलसी की पत्तियां चबाना
तुलसी के पत्तों में कई ऐसे गुण मौजूद होते हैं, जो सेहत से जुड़ी कई समस्याओं का समाधान हैं। जिसमें से एक है बुखार। बुखार उतारने के लिए तुलसी की पत्तियों को चबाकर खाएं। इसे शहद के साथ मिलाकर भी खाना फायदेमंद होता है। वैसे तुलसी की पत्तियों से बना काढ़ा भी बुखार, सर्दी-जुकाम, गले की खराश की कारगर दवा है।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।