सरकारी मंत्रालयों और विभागों को सीसीटीवी कैमरों और IoT (इंटरनेट ऑफ थिंग्स) डिवाइस की सिक्योरिटी और रिस्क को देखते हुए कहीं से भी सीसीटीवी कैमरा न खरीदने की सलाह दी गई है। सरकार द्वारा यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब साइबर अपराध की संख्या लगातार बढ़ रही है। कैमरों में भी कई तरह के सिक्योरिटी रिस्क देखने को मिले हैं।

सीसीटीवी कैमरा का इस्तेमाल वर्तमान समय में बहुत बढ़ गया है। इसी को देखते हुए सरकार ने CCTV (क्लोज्ड-सर्किट टेलीविजन) कैमरों के जरिये सूचना लीक के खतरे को देखते हुए एक एडवाइजरी जारी की है। इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) द्वारा जारी की गई एडवाइजरी में कहा गया है कि विभागों को सीसीटीवी कैमरा खरीदने से पहले ब्रांड के बारे में अच्छी तरह से जानकारी हासिल करनी है।

CCTV कैमरा के लिए एडवाइजरी

सरकारी मंत्रालयों और विभागों को CCTV कैमरों और IoT (इंटरनेट ऑफ थिंग्स) डिवाइस की सिक्योरिटी और रिस्क को देखते हुए कहीं से भी सीसीटीवी कैमरा न खरीदने की सलाह दी गई है। सरकार द्वारा यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब साइबर अपराध की संख्या लगातार बढ़ रही है। कैमरों में भी कई तरह के सिक्योरिटी रिस्क देखने को मिले हैं।

11 मार्च को जारी की गई एडवाइजरी में सरकार ने कहा कि सीसीटीवी कैमरों से जुड़े मामले बढ़ रहे हैं। इनमें डेटा सिक्योरिटी, प्राइवेसी का उल्लघंन, हैंकिंग और साइबर अटैक शामिल हैं। बता दें कई मिनिस्ट्रीज और विभागों ने सीसीटीवी कैमरा की सिक्योरिटी पर चिंता भी जताई है।