सुबह खुली हवा में सैर करना सबसे बेस्ट और आसान तरीका है फिट रहने का। अगर आपने इस एक आदत को अपने रूटीन में शामिल कर लिया, तो आप कई सारी बीमारियों का खतरा टाल सकते हैं। टहलने से सिर्फ फिजिकल हेल्थ ही नहीं, बल्कि  मेंटल हेल्थ भी दुरुस्त रहती है। टहलने के बाद आजकल एक जो नया ट्रेंड देखने को मिल रहा है, वो है जूस पीने का। वॉक के बाद लोग सेहत को और ज्यादा फायदा पहुंचाने के लिए आसपास लगे जूस स्टॉल से जूस पीना पसंद करते हैं। वैसे सुबह की शुरुआत जूस से करने की सलाह तो एक्सपर्ट भी देते हैं, लेकिन बाहर मिलने वाला खुला जूस सेहत के लिए फायदेमंद है या नुकसानदायक....यहां दी गई बातों पर गौर कर खुद ही कर लें डिसाइड।

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ओम धगाल - पूर्व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य भाजपा युवा मोर्चा

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न पिएं घंटों पहले निकाला हुआ जूस

पार्क के बाहर जूस स्टॉल लगाने वाले कई बार पहले से ही जूस निकालकर कंटेनर्स में रख लेते हैं फिर उसे कस्टमर्स को सर्व करते हैं। हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो किसी भी फल या सब्जी का जूस उसे निकालने के 20 मिनट के अंदर पी लेना सही होता है। ज्यादा देर रखने पर जूस में मौजूद विटामिन्स और एंजाइम्स खराब होने लगते हैं। ऐसे में आपको जूस पीने का कोई फायदा नहीं मिलता। बेहतर होगा कि जूस अपने सामने बनवाकर ही पिएं।

 
 

ऑक्सीडेशन के बारे में जानना है जरूरी

आमतौर पर जूस मिक्सी या जार से निकाला जाता है। फिर चाहे वह फलों का हो या सब्जी का। लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि इससे इनका ऑक्सीडेशन लेवल खराब होने का डर रहता है। मतलब, जूसर से जूस बनाते वक्त उससे कुछ मात्रा में हीट भी निकलती है। जो जूस में मौजूद न्यूट्रिशन को कम करने का काम करती है। हवा के संपर्क में आने पर जूस में मौजूद अमीनो एसिड और प्रोटीन ऑक्सीजन से मिलकर रिएक्ट करते है। जिस वजह से पहले से निकाले हुए जूस का रंग डार्क नजर आता है, तो आप जूस के रंग से अंदाजा लगा सकते हैं कि वो ताजा बनाया गया है या फिर पहले।

रोजाना न पिएं करेले का जूस

फलों के अलावा अब लोग सेहत के मद्देनजर सब्जियों का भी जूस पीने लगे हैं। जिसमें करेले के जूस की बहुत डिमांड है, क्योंकि ये सिर्फ डायबिटीज मरीजों के लिए ही फायदेमंद नहीं, बल्कि इसे पीने से डायबिटीज का खतरा भी कम होता है, लेकिन अगर आपको नहीं पता, तो बता दें कि करेले का जूस ब्लड प्रेशर बढ़ा भी सकता है। इसलिए आंख मूंदकर हर हेल्दी टिप्स पर भरोसा न कर लें। रोजाना तो इसका जूस बिल्कुल भी न पिएं। हफ्ते में दो बार पीना काफी है। रोजाना पीने से लिवर ओवर एक्टिव हो जाता है, जो अलग तरह की परेशानियां पैदा कर सकता है। इसके अलावा अपच, गैस, पेट दर्द और डायरिया की प्रॉब्लम भी हो सकती है। यहां तक कि डायबिटीज के मरीज भी डॉक्टर की सलाह के बाद ही करेले का जूस पिएं।

जानें इसे भी

सड़क किनारे मिलने वाला जूस सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। क्योंकि आपको उसके बनने की प्रक्रिया और टाइम का पता नहीं होता। साथ ही जूस की क्वांटिटी बढ़़ाने के लिए कई बार इसमें दुकानदार पानी भी मिलाते हैं और गंदे पानी की वजह से टायफाइड की बीमारी हो सकती है। इसलिए जितना हो सके इसे अवॉयड करें और घर में ही जूस बनाकर पिएं।