मुंबई। केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने यूपीए सरकार (मनमोहन सिंह सरकार) के दौरान एयर इंडिया और इंडियन एयरलाइंस के विलय से बनी कंपनी एनएसीआईएल द्वारा विमानों को लीज पर देने में कथित अनियमितताओं की जांच को लेकर क्लोजर रिपोर्ट दायर कर दी है। सीबीआई को इस मामले में 'किसी गलत काम का कोई सबूत' नहीं मिला है।सीबीआई द्वारा क्लोजर रिपोर्ट दायर करने के बाद शिवसेना (UTB) नेता संजय राउत ने भाजपा से पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से माफी मांगने को कहा है। मीडिया से बात करते हुए सांसद संजय राउत ने कहा कि भाजपा ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के कार्यकाल के दौरान नागरिक उड्डयन क्षेत्र में कथित भ्रष्टाचार पर जमकर हंगामा किया था।
भाजपा को डॉ. सिंह से माफी मांगनी चाहिए- राउत
उन्होंने कहा, "भाजपा को डॉ. मनमोहन सिंह से माफी मांगनी चाहिए।" विमानों को पट्टे पर दिए जाने के समय कांग्रेस नीत यूपीए सरकार में एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री थे।
फैसला बेईमानी से किया गया था- सीबीआई
बता दें कि एयर इंडिया और इंडियन एयरलाइंस के विलय के बाद नेशनल एविएशन कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (NACIL) का गठन किया गया था। सीबीआई ने आरोप लगाया है कि यह फैसला निर्णय बेईमानी से किया गया था। एजेंसी ने कहा कि विमान तब भी लीज पर लिया गया था, वहीं उस समय अधिग्रहण प्रक्रिया चल रही थी।
सीबीआई ने अपनी एफआईआर में आरोप लगाया
सीबीआई ने अपनी एफआईआर में आरोप लगाया था कि लीज पर देने का फैसला अज्ञात लोगों के साथ साजिश रचकर लिया गया इसकी वजह से प्राइवेट कंपनियों को आर्थिक तौर पर फायदा हुआ और सरकारी खजाने को नुकसान हुआ।