नई दिल्ली। कांग्रेस ने चुनावी बॉन्ड मामले की सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में एसआईटी जांच की अपनी मांग शनिवार को दोहराई। साथ ही आरोप लगाया कि इस योजना ने सुनिश्चित किया कि बैंकिंग चैनल के माध्यम से रिश्वत दी जा सके। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने संवाददाता सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, जिस व्यक्ति ने 'काला धन वापस लाने' की गारंटी दी थी, उसने इसके बजाय भ्रष्टाचार को वैध बना दिया और इसे छिपाने की कोशिश कर रहा है।
विपक्षी दल ने 'पायथन कोड' भी जारी किया। दावा किया कि इससे राजनीतिक दलों के साथ चंदादाताओं का मिलान करने में 15 सेकंड से भी कम समय लगा। कांग्रेस ने चुनावी बॉन्ड मामले में भ्रष्टाचार के चार पैटर्न उजागर किए हैं। इनमें 'चंदा दो, धंधा लो' यानी प्रीपेड रिश्वत, 'ठेका लो, रिश्वत दो' यानी पोस्टपेड रिश्वत, हफ्ता वसूली यानी छापे के बाद रिश्वत, फर्जी कंपनी यानी शेल कंपनियां शामिल हैं।