Google ने अपने AI चैटबॉट Gemini को इस साल होने वाले चुनावों के दौरान गलत जानकारी देने से बचने की तैयारी शुरू कर दी है। गूगल ने बताया कि वह अपने चैटबॉट को चुनाव से जुड़े कुछ तरह के सवालों के जवाब देने से रोक रहा है। इस कदम के जरिए कंपनी चुनावों में टेक्नोलॉजी के संभावित गलत इस्तेमाल से बचने के लिए कर रही है।
इस साल भारत समेत अमेरिका में कई देशों में चुनाव होने हैं। इन चुनावों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) टूल्स के दुरुपयोग की आशंका के चलते गूगल भी सतर्क हो गया है। गूगल का कहना है कि वह अपने AI चैटबॉट Gemini को इस साल होने वाले चुनावों के बारे में कुछ सवालों के जवाब देने से रोक रहा है। गूगल यह कदम चुनावों में टेक्नोलॉजी के संभावित गलत इस्तेमाल से बचने के लिए कर रहा है।
Gemini पर लगे प्रतिबंध
Google ने अपने ब्लॉग पोस्ट में इसे लेकर जानकारी देते हुए कहा कि यह कदम चुनाव के दौरान गलत सूचनाओं से यूजर्स को बचाने के लिए उठाए जा रहे हैं। गूगल का कहना था कि आने वाले कुछ दिनों में भारतीय नागरिक आम चुनाव के लिए वोटिंग करने वाले हैं।
ऐसे में इस तरह के महत्वपूर्ण विषय पर हमें अत्यधिक सावधानी बरतने की जरूरत है। यही कारण है कि हम चुनाव से कुछ तरह के जुड़े सवालों का उत्तर देने के लिए Gemini पर प्रतिबंध लगाए हैं।
गूगल का यह भी कहना है कि चुनाव से जुड़े सवालों के लिए हम हाई क्वालिटी इन्फॉर्मेशन प्रवाइड करने की जिम्मेदारी को गंभीरता से लेते हैं। ऐसे में हम अपने प्लेटफॉरमें सुधार के लिए लगातार काम कर रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो Gemini पर लगे ये प्रतिबंध भारत के साथ-साथ अमेरिका में भी लागू होंगे। अमेरिका में इस साल राष्ट्रपति चुनाव होने हैं।
Gemini पर पहली बार नहीं लगे प्रतिबंध
गूगल ने कुछ दिनों पहले ही अपने AI मॉडल को इमेज जेनरेट फीचर को कुछ दिनों के लिए बंद कर दिया था। इस फीचर को लेकर आरोप लगे थे कि यह ऐतिहासिक रूप से गलत और आपत्तिजनक तस्वीरें बना रहा है।