चीनी हमारी सेहत का सबसे बड़ा दुश्मन है। मिठाई कोल्ड ड्रिंक्स केक जैसे किसी भी रूप में इसे ज्यादा खाने से मोटापा डायबिटीज जैसी समस्याओं का खतरा बढ़ सकता है और अगर आपको खाने के बाद डेजर्ट खाने की आदत है तो ये और भी ज्यादा नुकसानदायक है। आज के लेख में हम डिनर के बाद डेजर्ट खाने से किस तरह के नुकसान होते हैं ये जानेंगे।
ओम धगाल - पूर्व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य भाजपा युवा मोर्चा
ओम धगाल की और से हिंडोली विधानसभा क्षेत्र एवं बूंदी जिले वासियों को रौशनी के त्यौहार दीपावली की हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं
1. रोजाना डिनर के बाद मीठा खाने की आदत का जो सबसे पहला फर्क बॉडी पर नजर आता है, वो है मोटापा। इससे वजन बहुत तेजी से बढ़ने लगता है।
2. मीठा खाने से बॉडी को एनर्जी मिलती है और रात में इस एनर्जी से आपका माइंड एक्टिव हो जाता है, जिससे स्लीप साइकिल डिस्टर्ब हो जाती है। नींद की कमी से मूड तो खराब रहता ही है साथ ही इससे भी मोटापा बढ़ता है।
3. रात में स्वीट डिश खाने से ब्लड शुगर लेवल हाई हो जाता है। ब्लड शुगर के ऊपर-नीचे होने से एंग्जाइटी, मूड स्विंग और सिरदर्द जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
4. रात को मिठाई, हलवा, केक जैसी चीज़ें खाने से पाचन सिस्टम पर असर पड़ता है। जो हमारे बॉडी के ब्लड सर्कुलेशन को कंट्रोल करने का काम करता है।
5. रोजाना मीठा खाने की आदत से बढ़ने वाला वजन आपके हार्ट को पहुंचा सकता है बहुत ज्यादा नुकसान।
6. मीठा खाने से और उसके हिसाब से फिजिकल एक्टिविटी न करने से फैटी लिवर की भी प्रॉब्लम हो सकती है।
डेजर्ट के हेल्दी ऑप्शन्स
रागी बर्फी- रागी बहुत ही फायदेमंद मिलेट है, जिसे डाइट में शामिल करने से सेहत को कई सारे फायदे होते हैं, तो आप रागी बर्फी को डेजर्ट में एड कर सकते हैं।
तिल के लड्डू- तिल के लड्डू भी हेल्दी डेजर्ट के बेहतरीन ऑप्शन्स हैं। जिसे बनाने के लिए बस घी, तिल और गुड़ का इस्तेमाल किया जाता है।
ओट्स लड्डू- ओट्स को नाश्ते के अलावा आप डेजर्ट में भी ट्राई कर सकते हैं। ओट्स को घी, गुड़ और सूखे मेवों के साथ मिलाकर टेस्टी लड्डू बना सकते हैं।
लौकी का हलवा- लौकी का हलवा लो-कैलोरी स्वीट डिश है। घी में बनाए जाने वाले इस हलवे में मिठास डालने के लिए शहद या गुड़ का इस्तेमाल करें। हेल्दी बनाने के लिए इसमें ड्राई फूट्स जरूर डालें।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।